बिहार: जिला के सौतिनियां गांव के रहने वाले किसान रंजीत तिवारी ढ़ाई बीघा में परवल की खेती कर रहे है. उन्होंने बताया कि वैसे तो पिछले 15 वर्षो से सब्जी की खेती कर रहे थे, लेकिन घूमने के दौरान परवल की खेती का आईडिया मिला. इसके बाद परवल की खेती शुरू कर दी. पांच वर्ष पूर्व परवल का एक हीं लत लगाया था. उससे होने वाले मुनाफा को देखते हुए बड़े पैमाने पर परवल की खेती करना प्रारंभ कर दिया.
परवल के एक लत से खेती का जो सिलसिला शुरू हुआ तो अब लत की संख्या हजारों तक पहुंच गया है. खेत पर जाने के बाद चारो तरफ सिर्फ परवल दिखाई देता है. उन्होंने बताया कि परंपरागत तरीके से खेती करने में मुनाफा नहीं है. इसलिए किसानों को कुछ अलग होकर सोचना चाहिए. उन्होंने बताया कि सोहजन और अदरक की खेती करने की सोच रहे हैं. दोनों मुनाफा देने वाला फसल है. बाजार में डिमांड अधिक और उत्पादन सीमित है. यदि किसान खेती करे तो अच्छा मुनाफा कम समय में कमा सकते हैं.
रोजाना 3 से 4 क्विंटल परवल का हो रहा है उत्पादन
किसान रंजीत तिवारी ने बताया कि प्रतिदिन 3 से 4 क्विंटल परवल का उत्पादन होता है. किसान रंजीत तिवारी थोक में हीं परवल की बिक्री करते हैं. उन्होंने बताया कि परवल तोड़ने की जरुरत भी नहीं पड़ती है. खेत से व्यापारी हीं परवल तोड़कर ले जाते हैं. उन्होंने बताया कि साल में 7 से 8 महीने तक जब तक परवल के फलन का मौसम रहता है, तब प्रतिदिन 7 से 8 मजदूरों को खेत में काम करने के लिए रखते हैं.
उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी भी देते हैं. किसान रंजीत तिवारी ने बताया कि खेती के लिए 80% जैविक खाद और 20% रसायनिक खाद का इस्तेमाल करते है. रसायनिक खाद में मात्र डीएपी और पोटाश का ही इस्तेमाल करते हैं. जैविक खाद खुद से बनो हैं. इसके लिए मवेशी भी पालते है. गोबर को सड़ने के लिए सालभर गड्ढे में छोड़ देते हैं. उसके बाद उसका छिड़काव खेत में करते हैं.
किसान रंजीत तिवारी ने बताया कि कमाई मौसम के अलावा उत्पादन और मार्केट पर निर्भर करता है. वर्तमान समय में परवल की व्यापारिक कीमत 3 हजार प्रति क्विंटल है. प्रतिदिन लगभग 4 क्विंटल परवल की बिक्री होती है और 10 हजार तक की कमाई हो जाती है. जब परवल का रेट बाजार में 50 से 60 रुपए रहता है तो प्रतिदिन की कमाई 20 से 25 हजार रुपए तक की होती है.
उन्होंने बताया कि परवल की खेती के लिए बालू और दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है. अगर इस मिट्टी पर खेती किया जाए तो बेहतर मुनाफा होगा. वहीं परवल की खेती गर्मी के दिनों में की जाती है. अगर कोई किसान परवल की खेती करने के इच्छुक हैं तो फरवरी महीने में लत लगा सकते हैं. नवंबर से फलन शुरू हो जाएगा.