झोलाछाप डॉक्टरों ने 5 महिलाओं का यूट्रस निकाला, 10-20 हजार रुपए में किया था ऑपरेशन
बगहा। बिहार में एक बार फिर गर्भाशय कांड हुआ है। ताजा मामला बगहा जिले से सामने आया है, जहां पर छापेमारी करने गई टीम को अवैध नर्सिंग होम और फर्जी अस्पताल चलता मिला है। छापेमारी के दौरान टीम को कई मरीज मिलें, जिनमें 5 महिलाओं का यूट्रस निकाल लिया गया था। यह सभी ऑपरेशन झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा किए गए है। वहीं सभी मरीजों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया हैं।
जानकारी के मुताबिक, प्रशासन को गुप्त सूचना मिली थी कि भैरोगंज स्टेट बैंक के पास अवैध नर्सिंग होम और फर्जी अस्पताल चलाया जा रहा है। इसके बाद बेतिया सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र चौधरी और बगहा एसडीएम डॉ. अनुपमा सिंह के निर्देश पर बीते शनिवार को रामनगर के बाद बगहा और भैरोगंज में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान टीम को कई मरीज मिलें। इसमें 5 महिलाएं ऐसी थी, जिनका यूट्रस निकाल लिया गया था। बताया जा रहा है कि यहां पर झोलाछाप डॉक्टरों ने 10 से 20 हजार रुपए लेकर ऑपरेशन किया था।
वहीं झोलाछाप डॉक्टर अनिल पटेल और नन्दलाल यादव टीम को चकमा देकर मौके पर फरार हो गए। टीम ने सभी मरीजों को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया है। पांचों महिलाओं की हालत गंभीर है। बता दें कि जिन महिलाओं का गर्भाशय निकाला गया, उनकी उम्र 40 से कम है। इसमें नड्डा निवासी जोखु मुशहर की पत्नी पूनम देवी, नड्डा निवासी मोहन बीन की पत्नी रंजू देवी, जुड़ा पकड़ी निवासी कृष्णनंदन राउत की पत्नी सुमन देवी, जुड़ा पकड़ी निवासी अनिल चौधरी की पत्नी शोभा देवी, सेमरा थाना क्षेत्र के प्रतापपुर निवासी उपेंद्र यादव की पत्नी सोनी देवी शामिल है। इसके अलावा मकान को सील कर दिया गया है।