शेखाना हाईस्कूल में 450 छात्रों के आंखों की हुई जांच, 60 में नेत्रदोष

बच्चों की आंखों की जांच कर उचित पावर वाला चश्मा मुफ्त में दिया जाएगा

Update: 2024-04-03 04:55 GMT

नालंदा: शहर के शेखाना हाईस्कूल में आंखों की जांच के लिए शिविर लगा. इसमें 450 छात्रों की आंखों की जांच की गयी. इनमें से 60 बच्चों में नेत्रदोष मिला. इन बच्चों की आंखों की जांच कर उचित पावर वाला चश्मा मुफ्त में दिया जाएगा.

डॉक्टर ने अभिभावकों व आंखों की देखभाल करने की जानकारी दी. नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अजय कुमार ने कहा कि आंख बहुत ही संवेदनशील अंग है. इसकी सुरक्षा पर हमेशा ध्यान देना चाहिए. लेकिन, बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. कम रौशनी में पढ़ना, अधिक देर तक स्क्रीन पर समय बिताना, धूल व धुआं वाले स्थानों से गुजरना या वहां रहना, विटामिन-ए की कमी, कुपोषण व अन्य कारणों से आंखों की रौशनी प्रभावित होती है. स्क्रीन यानि किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गजट पर काम करते समय 20-20-20 नियम का पालन अवश्य करें.

रोटरी क्लब ऑफ बिहारशरीफ के चेयरमैन डॉ. शशिभूषण कुमार ने बताया कि उज्ज्वल दृष्टि अभियान के तहत यह शिविर लगाया गया है. लोगों को आखों की सही देखभाल की जानकारी दी जा रही है. हर 20 मिनट पर अपने कम्प्यूटर से दूर देखें. उस समय 20 फीट दूर किसी वस्तु को कुछ देर के लिए देखें. आंखों के सूखेपन का रोकने के लिए लगातार 20 बार पलकों को झपकाएं. हर 20 मिनट पर 20 कदम चलें. यह न केवल आपकी दृष्टि के लिए अच्छा है. बल्कि, पूरे शरीर में उचित आसन यानि ऊर्जा और रक्त परिसंचरण को भी बढ़ावा देता है. इसके अलावा पर्याप्त नींद लें, तनावमुक्त रहें. आंखों की साफ सफाई का भी पूरा ख्याल रखें. पौष्टिक आहार लें. भोजन में हरी व पत्तिदार सब्जियों के साथ ही सलाद लें. उन्होंने कहा कि नेत्रदोष वाले सभी बच्चों को उनकी तरफ से मुफ्त चश्मा दिया जाएगा. शिविर में शिक्षक संघ के प्रमंडलीय अध्यक्ष डॉ. सतेंद्र प्रसाद, प्रधानाध्यापक मो. फजिरुल रहमान, राकेश कुमार, परवेज अनवर, जाकी हसन, आफताब आलम, वीरेंद्र कुमार, जमशेद आलम व अन्य ने सहयोग किया.

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज: धुंधली दृष्टि, दोहरी आकृति दिखना, रात या कम रौशनी में खराब दृष्टि, लाल आंखें, आंखों से लगातार पानी गिरना, आंखों का शुष्क रहना, आंखों या पलकों का सूजन व अन्य.

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