बिहार | तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में अतिथि शिक्षकों की बहाली के लिए साक्षात्कार चल रहा है. बावजूद इसके इस बार विवि को शिक्षकों की पर्याप्त संख्या नहीं मिल सकेगा. इसका कारण है कि साक्षात्कार के लिए पर्याप्त संख्या में अभ्यर्थी नहीं उपस्थित हो रहे हैं.
टीएमबीयू में पिछले कुछ सालों में काफी संख्या में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति हुई थी. बावजूद इसके अभी भी यहां काफी पद खाली हैं. शिक्षकों की संख्या कम होने से छात्रों की कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं. जानकारी हो कि टीएमबीयू में नियमित शिक्षकों के करीब 689 पद हैं. इनमें 334 पदों पर नियमित शिक्षक हैं और 355 पद खाली हैं. वहीं वर्तमान में 120 अतिथि शिक्षक हैं. नियमित और अतिथि शिक्षकों को मिला दिया जाये तब भी 454 पद पर शिक्षक कार्यरत हैं और 235 पद खाली हैं.
पिछले दिनों राजभवन और शिक्षा विभाग की हुई बैठक में इसकी रिपोर्ट जमा हुई थी, जिसमें कहा गया था कि जल्द से जल्द अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जाए, ताकि कक्षाएं नियमित चल सकें. यह प्रक्रिया करीब डेढ़ साल से पूर्व कुलपति डॉ. नीलिमा गुप्ता के समय से चल रहा है. उन्हीं के समय आवेदन हो गया था. जब डॉ. जवाहर लाल कुलपति बने तब भी कई बार मांग की गई थी कि अतिथि शिक्षकों की जल्द साक्षात्कार लेकर बहाली शुरू की जाये. उस समय से यह मांग लगातार की जाती रही है. वहीं केमेस्ट्री और फिजिक्स विषय का साक्षात्कार था. केमेस्ट्री में 15 पदों के लिये सिर्फ पांच अभ्यर्थी उपस्थित हुये. जबकि फिजिक्स में 18 पदों के लिये सिर्फ सात अभ्यर्थी उपस्थित हुये. गणित और स्टैटिस्टिक्स विषय के लिसे साक्षात्कार हुआ. गणित में नौ और स्टैटिस्क्स में सात पद हैं. स्टेटिस्टिक्स में तीन और गणित में 10 अभ्यर्थियों ने इंटरव्यू में भाग लिया. अन्य विषयों में यही स्थिति रही तो विवि में शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो पायेगी. कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा कि जबतक शिक्षकों की कमी रहेगी, तबतक शिक्षकों की कक्षाओं का प्रबंधन इस तरह किया जायेगा कि छात्रों की कक्षाएं प्रभावित नहीं हो और पठन-पाठन ठीक से चलता रहे.