ईओयू ने पांच हाईटेक साइबर अपराधियों को दबोचा

Update: 2023-05-20 11:14 GMT

पटना न्यूज़: आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पटना के अलग-अलग स्थानों से पांच हाईटेक साइबर अपराधियों को दबोचा है. इनके पास से 14.10 लाख रुपये नकद, 17.56 लाख रुपये का सोना, 70 मोबाइल फोन, बैंकों के 109 एटीएम, बैंकों के 86 पासबुक एवं चेकबुक, छह आधार एवं चार पैन कार्ड मिले हैं.

इसका मुख्य सरगना राहुल कुमार को मछुआटोली इलाके से एक किराए के मकान से पकड़ा गया. उसकी निशानदेही पर अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी करके चार अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. इनके तार झारखंड के जामताड़ा और देवघर से भी जुड़े हए हैं. ठगी के पैसे से ये लोग सोने, चांदी और हीरे के गहनों के अलावा स्मार्ट टीवी समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदते थे. अब तक की जांच में यह करोड़ों की ठगी का मामला सामने आ रहा है.

कई बेनामी खातों में करता था ट्रांसफर ठगों का यह गिरोह संबंधित व्यक्ति के खाते से पैसे की अवैध निकासी करके इसे कई दूसरे खातों में ट्रांसफर कर देता था. इसके लिए कई बेनामी या किराये पर लेकर बैंक खाते रखे गए थे, जिनमें बारी-बारी से पैसे ट्रांसफर किए जाते थे. अब तक की जांच में ऐसे करीब 88 खातों के बारे में जानकारी मिली है. ये खाते गरीब या अन्य किसी व्यक्ति के नाम पर हैं. उनके खातों का उपयोग करने के बदले में ये उन्हें प्रत्येक महीने 10 से 15 हजार रुपये देता था. फिर इन खातों से ये ऑनलाइन शॉपिंग या खरीददारी करते थे. एटीएम से पैसे की भी निकासी करते थे. इन खातों में जामताड़ा और देवघर के साइबर अपराधी भी पैसे जमा कराते थे. इन खातों में वहां से भी काफी संख्या में पैसे के लेन-देन की बात सामने आई है.

फिलहाल इन खातों से हुई सभी लेनदेन की जांच की जा रही है. तभी पता चलेगा कि इन्होंने कुल कितने की ठगी की है.

ऐसे करते थे साइबर ठगी

इनकी हुई गिरफ्तारी

1. राहुल कुमार उर्फ सन्नी आर्या, उम्र-24 वर्ष, पता- मछुआटोली में किराए के मकान पर, अपना मूल घर माससलामी, पटना सिटी

2. प्रिंस राज, उम्र- 23 वर्ष, पता- छपरा पुलिस लाइन, वर्तमान में पटना के आलमगंज में किराए के मकान में

3. कन्हैया कुमार उर्फ झुनझुनवाला, उम्र- 23 वर्ष, पता- खाजेकलां, पटना

4. हिमांशु राज, उम्र- 21 वर्ष, पता- खेदरपुरा, वैशाली

5. गणेश कुमार, उम्र- 24 वर्ष, पता- चमथा चाय रोड, बछवारा, बेगूसराय, वर्तमान पता- मास्टर कॉलोनी, मालसलामी, पटना

स्मार्ट टीवी ने पूरे गिरोह को पकड़वाया

मोतिहारी के एक व्यक्ति ने ठगी की शिकायत दर्ज कराई. जांच में पता चला कि जिस खाते में पैसे भेजे गए हैं, उससे एक स्मार्ट टीवी की खरीद हुई है. जिस दुकान से खरीद हुई थी, वहां से इनका पता लेकर ठगों के सरगना राहुल व अन्य गिरफ्त में आ गए. इन्होंने पैसे निकालने और अन्य काम करने के लिए वेतन पर दो-तीन कर्मचारी भी बहाल कर रखे थे.

यह गैंग मुख्य रूप से लोगों को फोन करके मोबाइल पर एनी डेस्क या डंप डेस्क जैसे एप को इंस्टॉल करवाता था. आधार से बैंक खाते को लिंक करने के लिए या किसी के पासपोर्ट को अपडेट करने के लिए, किसी की बीमा पॉलिसी को अपडेट करने समेत अन्य कई जरूरी कारणों को बताकर ऐसे एप को इंस्टॉल करवा देता था. फिर मोबाइल फोन की क्लोनिंग कर उसके अंदर मौजूद सभी जरूरी जानकारी चुरा लेता था. फिर खाते से पैसे निकलने का सिलसिला शुरू हो जाता था.

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