दरभंगा न्यूज़: बहेड़ी के निमैठी में हुए गोलीकांड के घायलों के पहुंचते ही डीएमसीएच इमरजेंसी में अफरातफरी मच गई. एंबुलेंस से पहले दो घायलों निजी सुरक्षा गार्ड पटना निवासी मुन्ना सिंह और चालक बेगूसराय निवासी कुंदन सिंह को लाया गया. कुंदन सिंह फिलहाल पतोर में अपने रिश्तेदार के यहां रह रहा है.
इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर दोनों के इलाज में जुट गए. इधर, धीरे-धीरे घायलों के परिजनों का जमावड़ा बढ़ने लगा. इसी दौरान दूसरी एंबुलेंस से बहादुरपुर थाना क्षेत्र के अंझौल गांव निवासी अनिल सिंह को लाया गया. इसके बाद इमरजेंसी की हालत अस्तव्यस्त हो गयी. हो-हंगामा करते और रोते-बिलखते परिजनों की भीड़ बाहर परिसर से लेकर इलाज करने वाले कमरे में भी जमा हो गई. इसके चलते डॉक्टरों को इलाज में परेशानी होने लगी. साथ ही अन्य मरीज और उनके परिजन भी अनहोनी की आशंका से सहम गए.
इधर, इलाज कर रहे चिकित्सकों ने जब अनिल सिंह को मृत घोषित कर दिया तो परिजन बबाल काटने लगे. महिलाएं रोने लगी. जब डीएमसीएच सुरक्षा गार्ड ने परिजनों को इमरजेंसी के कमरे से बाहर निकालना चाहा तो एक व्यक्ति हाथापाई करने लगा. उसे अन्य परिजनों ने समझाकर बाहर किया. परिजनों के अनुरोध पर डॉक्टरों ने अनिल सिंह का फिर से चेकअप किया और उसे मृत करार दिया. फिर भी परिजन नहीं माने और शव को एंबुलेंस में लादकर निजी अस्पताल चले गए. इसी दौरान मनीष सिंह के शव को बहेड़ी पुलिस लेकर पहुंची. इसके बाद इमरजेंसी में जमा लोग प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे. तब मौके पर मौजूद बेंता थानाध्यक्ष रेखा कुमारी ने पुलिस लाईन से अतिरिक्त बल मंगवाकर तैनात कराया. इसके बाद इमरजेंसी का माहौल सुचारू हुआ.