रोहतास न्यूज़: सासाराम शहर में इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक लाइट लगाने का मामला पांच साल से विभाग में लटका है. वित्तीय वर्ष 2017-18 में ही सासाराम शहर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक लाइट की योजना की मंजूरी मिली थी.
लेकिन इस योजना पर अब तक काम शुरू नहीं किया गया. विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी की बैठक नहीं होने से मामला अधर में लटका है. बताया जाता है कि कमेटी की बैठक होने के बाद पदाधिकारियों के हस्ताक्षर होते ही योजना पर कार्य शुरू होने का रास्ता साफ हो जाएगा. हालांकि बुडको के अधिकारी भी योजना को ले विभाग का चक्कर लगा रहे हैं. उधर, स्थानीय विधायक राजेश गुप्ता भी कई बार नगर विकास एवं आवास बोर्ड से लेकर बुडको कार्यालय में वरीय पदाधिकारी से पत्राचार कर चुके हैं. लेकिन अब तक कमेटी की बैठक नहीं बुलायी गई है.
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सासाराम व डेहरी में इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक लाइट लगाने की योजना थी.
लेकिन विभाग ने सिर्फ सासाराम नगर निगम में ही इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक लाइट लगाने की अनुमति दी थी. योजना पर करीब छह करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इस योजना के साकार होने से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में हद तक सुधार लाया जा सकेगा. सासाराम शहर की पोस्ट ऑफिस चौक, धर्मशाला चौक, बौलिया मोड़, करगहर मोड़, सर्किट हाउस, प्रभाकर मोड़ समेत अन्य स्थनों पर ट्रैफिक इलेक्ट्रॉनिक लाइट लगाने की योजना है.