ताड़ के पेड़ से गिरकर गई जान, हिंदू रीति रिवाज के साथ किया गया अंतिम संस्कार

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Update: 2022-11-29 09:09 GMT
नवादा। नवादा जिले के कौआकोल प्रखंड अंर्तगत फुलडीह गांव में जानवरों के प्रति संवेदना और मानवता की एक दिलचस्प तस्वीर देखने को मिली। जब एक लंगूर की मौत हो जाने के बाद आसपास के लोगों ने उसे हनुमान का रूप मानकर पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया। इस दरम्यान ग्रामीणों ने वो सारे रिवाज निभाए जो एक इंसान की अंतिम विदाई के समय किए जाते हैं।
ग्रामीण सह पंचायत समिति सदस्य ताजेन्द्र कुमार उर्फ तेजो साव ने बताया कि गुरुवार को गांव में ही ताड़ के पेड़ से लंगूर गिर गए। जिसके बाद रविवार को उसकी मृत्यु हो गई। सोमवार को ग्रामीणों के द्वारा ढोल बाजे के साथ अंतिम यात्रा निकालकर रीति रिवाज के साथ शव का संस्कार किया गया। ग्रामीण उदय साव, विकास कुमार, विक्रम कुमार, अजय दास, राजू विश्वकर्मा आदि ने बताया कि मनुष्य हो या जीव-जंतु या पेड़-पौधे सभी प्रकृति के धरोहर हैं। हम लोगों को सभी का सम्मान करना चाहिए।
ग्रामीणों ने लंगूर का विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार कर लोगों को एक संदेश देने का काम किया है, ताकि लोगों में पशु-पक्षियों के प्रति भी स्नेह और प्यार बना रहे। 3 दिसम्बर को ग्रामीणों के सहयोग से खीर-पूड़ी का सामूहिक भोज का भी आयोजन किया जाएगा। ग्रामीणों के इस भक्तिभाव की पूरे प्रखण्ड में चर्चा की जा रही है।
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