जलाभिषेक को उमड़ेंगे भक्त, पटना में सावन के पहले सोमवार को लेकर दुल्हन की तरह सजे शिवालय
पटना. शिव आराधना का महीना सावन की पहली सोमवारी के लिए बिहार की राजधानी पटना शहर के मंदिर सज-धज कर दुल्हन की तरह तैयार हैं। दो साल बाद कोरोना पाबंदियां नहीं रहने के कारण सोमवारी को भगवान भोले के जलाभिषेक, पूजन, आरती और अनुष्ठान आदि के लिए भक्तों का तांता मंदिरों व शिवालयों में लगेगा।
खाजपुरा शिव मंदिर, कंकड़बाग का पंचशिव मंदिर, जलेश्वर महादेव मंदिर, विजय नगर(हनुमान नगर) का मानसा पूरण मंदिर सहित शहर के सभी मंदिरों को शिव भक्तों के लिए फूलों और लाइट से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। सावन में सुबह से शाम तक मंदिरों में भक्तों का जमावड़ा लगा है। हर-हर महादेव, जय-जय शिव-शंभू का उद्घोष गूंज रहा है।
शाम ढलने के बाद शिवालयों में भजन-कीर्तन और भव्य आरती आयोजित होगी। आचार्य माधवानंद(माधव जी) कहते हैं कि सावन के सोमवार को व्रत रखने व शिवलिंग पर जल चढ़ाने से घर में सुख समृद्धि और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि सावन के सोमवारी को भगवान शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, मधु, बेलपत्र, फूल आदि से पूजा करने से मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं।
मंदिरों में हो रहा रुद्राभिषेक
सावन महीने में शिवालय और मंदिरों में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जा रहा है। मंदिरों में रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय जप के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। विजय नगर के मनसा पुरण मंदिर के राजीव कुमार कहते हैं कि सावन में रूद्राभिषेक व महामृत्युंजय जप के लिए बड़ी संख्या में पटना के बाहर से भी पंडित आए हैं। पंडित प्रशांत मिश्र कहते हैं कि बड़ी संख्या में सोमवार को शिवभक्त शिवालयों में पूजा कर कांवड़ यात्रा पर भी निकल रहे हैं।