पटना: पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा (process of death is not stopping) है। सारण जिले में मंगलवार की रात से ही मौत का तांडव शुरू है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 70 लोगों की मौत हो गई है और अब भी मौत के आंकड़े बढ़ सकते हैं। अब भी 16 मरीज अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं। इधर जहरीली शराब से इतनी बड़ी संख्या में हुई मौत को लेकर विपक्षी दल भाजपा के विधायक लगातार सरकार पर हमलावर है। दूसरी ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) बचाव की मुद्रा में है। गुरुवार को नीतीश ने साफ कहा था कि जो पिएगा वो मरेगा। तेजस्वी ने भी इस मामले में बीजेपी विधायकों पर विधानसभा में नाटक करने का आरोप लगाया था।
शरीर में फॉलिक एसिड बढ़ने के कारण हो रही मौत
मंगलवार से शुक्रवार तक सदर अस्पताल में भयावह स्थिति रही। मंगलवार की रात से ही मरीजों का आना जारी हुआ जो अभी तक जारी है। आंख की रोशनी के साथ शुरू हुए लक्षण मल्टी ऑर्गन फेल होने से मरीज को मौत के मुंह में धकेल दे रहा है। इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार मृतकों के शरीर में फॉलिक एसिड बढ़ने के कारण मल्टी ऑर्गन फेल हो जा रहे हैं। मौत से पूर्व सभी मृतकों का ब्लड प्रेशर लगातार बदलाव हो रहा है। मरीजों में बेचैनी, उल्टी, पेट दर्द, सांस लेने में परेशानी, आंखों से धुंधला दिखाई देने आदि की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं।
मौत से हरओर हाहाकार
मिली जानकारी के अनुसार जहरीली शराब से केवल छपरा में ही नहीं बल्कि सारण में मौत का कहर बरसा रही है। शुक्रवार को उसी के सेवन से सीवान के भगवानपुर प्रखंड के सोंधानी और ब्रह्मस्थान गांव में भी चौकीदार सहित पांच लोगों की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि उसी शराब को सीवान के भी कई इलाकों में भी सप्लाइ किया गया था। इसके साथ ही बेगूसराय में भी जहरीली शराब पीने से दो चचेरे भाइयों की मौत हो गयी। सारण के एसपी राजेश मीणा ने 32 लोगों के मरने और 16 के इलाजरत होने की पुष्टि की है।
ड्राम की ढक्कन खुली थी, स्प्रिट गायब
वहीं शुक्रवार को ग्रामीणों ने कहा था कि थाने में जो स्प्रिट जब्त करके रखे गये थे, उसे बेच दिया गया और उससे ही ये जहरीली शराब बनी थी। जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग को वीडियो भेजा है जिसमें थाने में पड़े जब्त स्प्रिट के ड्रम के ढक्कन खुले थे और स्प्रिट गायब थे। मामला काफी गंभीर है इसलिए वरीय अधिकारी भी जांच के लिए थाने पहुंचे हैं। थाने में रखी जब्त शराब और स्प्रिट का सैंपल लिया गया। अभी तक किसी वरीय अधिकारी की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। मशरक थाना प्रभारी रितेश मिश्रा और चौकीदार विकेश तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। इधर मढ़ौरा के डीएसपी इंद्रजीत बैठा का तबादला किया गया और गृह विभाग से विभागिय कार्रवाई की अनुशंसा की जा चुकी है।
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