CA की पढ़ाई के लिए पैसे नहीं देने से बेटी ने बनाया खतरनाक प्लान

Update: 2023-09-22 17:14 GMT
पटना:  पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो बेटी को कोलकाता भेजकर सीए की पढाई करवा सके लेकिन बेटी को ये बात इतनी नागवार गुजरी की उसने जुर्म का रास्ता अपना लिया और खतरनाक प्लानिंग की. इस प्लानिंग में उसने अपने एक दोस्त की भी मदद ली. अपहरण, फिरौती और सच की ये कहानी बिहार की है.
खबर दानापुर से है जहां फुलवरिशरीफ की रहने वाली और कॉमर्स कॉलेज की छात्रा ने फिल्मी अंदाज में दोस्त के साथ मिलकर अपने झूठे अपहरण और फिरौती का खेल रचा लेकिन पुलिस ने समय रहते इस खेल को फेल कर दिया. फिल्मी स्टाइल में अपहरण और फिरौती का झूठा खेल का कुछ ऐसा ही मामला फुलवारिशरीफ थाना क्षेत्र से समाने आया है जिसका खुलासा फुलवारीशरीफ डीएसपी अभिजीत कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ मिलकर किया है.
डीएसपी ने बताया कि कोलकता में रहकर युवती सीए की पढ़ाई करना चाहती थी इसके लिए उसने खुद को अगवा करने की साजिश दोस्त के संग मिलकर रची. पुलिस इस केस में दो दिन हलकान रही अंततः पुलिस ने मोबाइल टावर लोकेशन की मदद से छात्रा को राजगीर के एक होटल से बरामद कर लिया और छात्रा के कपड़ा व्यवसायी पिता इस्फाक से उसकी बेटी के अपहरण के बाद फिरौती की मांग करने वाले शख्स जो कि छात्रा का दोस्त है मो. तौसिफ आलम को भी फुलवारीशरीफ के इशोपुर अधपा मोहल्ले से गिरफ्तार कर लिया है.
अपहरण की इस साजिश में छात्रा और उसके दोस्त के पास से चार मोबाइल भी बरामद किया गया है. डीएसपी ने बताया कि आरोपी मो. तौसीफ के ऊपर कर्ज था जिसे उतारने के लिए उसने छात्रा का साथ दिया. वहीं दूसरी ओर छात्रा को उसके पिता बाहर भेजकर सीए की पढ़ाई के लिए खर्च नहीं दे रहे थे. यही कारण है कि उसने अपनी किडनैपिंग प्लान किया और अपनी सीए की पढ़ाई कलकत्ता में रहकर करने के लिए फिरौती का रकम इस्तेमाल करने वाली थी. डीएसपी अभिजीत कुमार सिंह ने उद्भेदन करते हुए कहा कि 18 सितम्बर को फुलवारीशरीफ थाना में फिरौती हेतु अपहरण का एक कांड का मामला आया था.
इसके बाद पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया था. अपहरणकर्ता द्वारा अपहृता के मोबाइल से और दूसरे फोन के स्पीकर ऑन करके अपहृता के परिजनों को फोन पर डराकर 5 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गयी थी एवं पैसा न देने पर बुरे अंजाम भुगतने की धमकी दी गयी थी. कपड़ा कारोबारी डर गया और फुलवारी शरीफ थाना में लिखित आवेदन दिया था जिसके बाद थानाध्यक्ष सफीर आलम के नेतृत्व में टीम बनाकर टावर लोकेशन के माध्यम से पुलिस ने इस अपहरण का 48 घंटे के अंदर सुलझा लिया है.
पुलिस ने इस साजिश में इस्तेमाल 4 मोबाइल को भी बरामद कर लिया है. आरोपी छात्रा ने भी अपनी कारिस्तानी को पुलिस के सामने कबूल किया है. पुलिस ने इस केस में साजिशकर्ता छात्रा और उसके साथी मो तौसीफ आलम को गिरफ्तार कर लिया है.
Tags:    

Similar News

-->