बिहार। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए यह तय किया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उसका प्रतिनिधित्व नहीं होगा। जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने रविवार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के शामिल होने के संबंध में पूछे गए सवाल पर कहा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले से ही घोषणा कर रखी है कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जदयू शामिल नहीं होगी। जब कुमार ने ही निर्णय ले लिया है तो फिर सवाल कहां उठता है। ऐसे में यह पार्टी का अंतिम निर्णय है।
चौधरी ने कहा की जदयू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में सम्मानजनक संख्या नहीं मिली। इसलिए, यह निर्णय लिया गया था। उन्होंने वर्ष 2024 के लोकसभा और वर्ष 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर लड़ने पर कहा कि अभी हम लोग साथ मिलकर चल रहे हैं। गठबंधन नहीं चलेगा ऐसा फिलहाल नहीं दिख रहा है। भाजपा और जदयू ने पहले से ही साथ चुनाव लड़ने की घोषणा कर रखी है और जदयू ने भी अभी तक कोई दूसरा फैसला भी नहीं लिया है। मंत्री ने मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से जदयू की नजदीकियों को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि राजद से नजदीकियां बढ़ने का कोई लक्षण मुझे नहीं दिख रहा है।
बिहार में ऐसी कोई स्थिति नहीं है, जिसका लोग चित्रण कर रहे हैं। यह सामान्य राजनीतिक गतिविधि है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जदयू के नेता आरसीपी सिंह का केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा हुआ था। श्री सिंह का राज्यसभा कार्यकाल खत्म होने के बाद जदयू कोटा से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल इकलौते चेहरे की पारी समाप्त हो गई थी। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे थे कि अब नए सिरे से जदयू की तरफ से कुछ नेता केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं लेकिन अब जदयू ने यह तय किया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उसका प्रतिनिधित्व नहीं होगा।