कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बताएगा शहर में कहां-कहां हुआ जलजमाव
स्वच्छता का जायजा लेने आई केंद्रीय टीम
पटना: पटना स्मार्ट सिटी के तहत शहर में लगाए गए उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरों से जलजमाव वाले इलाकों पर विशेष नजर रखी जाएगी. नगर निगम ने सभी छह अंचलों के निचले इलाकों और नई बसावट वाले क्षेत्रों में होने वाले जलजमाव वाले स्थल का सर्वे किया है. ऐसे 135 स्थल चिह्नित किए गए हैं, जहां जलजमाव होता है. जलनिकासी जल्द से जल्द हो सके, इसके लिए यह पहल की गई है.
जलजमाव वाले इन इलाकों में त्वरित कार्रवाई भी होगी. बारिश के दौरान जलजमाव वाले क्षेत्र की सूचना अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी और वॉकी टॉकी से लैस निगम कर्मियों को दी जाएगी. टीम संबंधित स्थल से कम से कम समय से जलनिकासी करेगी. यह पूरी प्रक्रिया इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जुड़ी रहेगी.
नगर निगम की ओर से चिह्नित जलजमाव वाले क्षेत्रों में सबसे अधिक पाटलिपुत्र अंचल में हैं. पाटलिपुत्र अंचल में नई बसावट वाले क्षेत्र अधिक हैं. ऐसे 44 क्षेत्र हैं, जहां जलजमाव होने की आशंका रहती है. वहीं दूसरे नंबर पर बांकीपुर अंचल है. यहां के 30 ऐसे स्थल हैं, जहां जलजमाव होता है. कंकड़बाग अंचल में 20, नूतन राजधानी अंचल में 20, पटना सिटी में 5 और अजीमाबाद अंचल में जलजमाव वाले 16 स्थलों को चिह्नित किया गया है. इन सभी स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे की मदद से इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर द्वारा नजर रखी जाएगी.
स्वच्छता का जायजा लेने आई केंद्रीय टीम
स्वच्छता सर्वे 2023 के लिए केन्द्रीय टीम पटना पहुंच गई. केन्द्रीय टीम नगर निगम के सभी 75 वार्डों में जाएगी और स्वच्छता सर्वे से संबंधित की गई तैयारी और शहर को स्वच्छ रखने के कार्यों के बारे में जानकारी लेगी. रामाचक बैरिया मुख्य कचरा डंपिंग यार्ड से लेकर निगम क्षेत्र में बनाए गए कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन का जायजा लेगी. केन्द्रीय टीम कई इलाकों में गई और स्वच्छता सर्वे का जायजा लिया. हालांकि टीम कहां-कहां गई और किससे बात की इसका खुलासा नहीं हो पाया है. केन्द्रीय टीम नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों से भी बातचीत करेगी. नगर निगम ने इस बार कचरा मुक्त शहर का दर्जा प्राप्त करने के लिए आवेदन दिया है. इस बार केन्द्रीय टीम द्वारा प्रत्येक वार्ड की सफाई, ठोस कचरा प्रबंधन, गीला और सूखा कचरा अलग-अलग हो रहा है कि नहीं और घर-घर कचरा उठाव हो रहा है कि नहीं इन सब की पड़ताल होगी. इससे पहले गंगा टाउन श्रेणी में गंगा घाटों की सफाई का जायजा केन्द्रीय टीम पहले ही कर चुकी है. अभी तक स्वच्छता को लेकर नगर निगम ने जो दावा किया है, उसकी हकीकत जानने के लिए केन्द्रीय टीम शहर में भ्रमण की.