वाणिज्य कर विभाग ने 742 टैक्स बकायेदारों का अटैच किया बैंक खाता
एजेंसी को भुगतान करने वाले विभाग के कार्यपालक अभियंता को अलर्ट किया गया
गोपालगंज: जीएसटी के बकायेदारों पर वाणिज्य कर विभाग की नजर टेढ़ी हो गयी. स्क्रूटिनी के बाद बकायेदारों का पैन आधारित बैंक अकाउंट अटैच किया जा रहा है. गया के साथ ही मगध प्रमंडल (वाणिज्य कर विभाग) के औरंगाबाद, सासाराम, भभुआ, औरंगाबाद, नवादा, जहानाबाद व अरवल जिले में भी अकाउंट अटैच की कार्रवाई की गई है. विभाग की सूचना के बाद बैंक ने खाते पर होल्ड लगा दिया है. इस कार्रवाई के बाद खाताधारी करदाता उस अकाउंट से किसी तरह का लेन-देन नहीं करेंगे. अटैच के बाद बकाया राशि की वसूली के लिए संबंधित बैंक से भी मदद ली जा रही है. साथ ही ठेकेदार या एजेंसी को भुगतान करने वाले विभाग के कार्यपालक अभियंता को अलर्ट किया गया है.
गया के 742 बकायेदारों का अटैच हुआ बैंक अकॉउंट राज्य कर अपर आयुक्त (प्रशासन) मोहन कुमार ने बताया कि फाइल की स्क्रूटिनी के बाद टैक्स, सूद या पेनाल्टी की राशि वाले बकायेदारों को खंगाला गया है. स्क्रूटिनी में गड़बड़ी पाए गए विभागीय कार्रवाई की जद में आए हैं. खासकर सरकारी काम करने वाले ठेकेदार (संवेदक) इस लिस्ट में गया में 742 बकायेदार हैं. इन पर करीब 30 करोड़ का टैक्स बाकी है. गया के सर्किल-1 में 268 कारोबारी पर 13 करोड़ और सर्किल -2 के 474 कारोबारी पर करोड़ रुपए बाकी हैं. उन्होंने बताया कि ये ऐसे बकायेदार हैं जिनपर पेनाल्टी लगा और जुर्माने की राशि जमा नहीं किए और ना ही अपील में गए हैं. विभाग ने एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 742 बकायेदारों के पैन आधारित अकाउंट को अटैच कर लिया गया है. अब वे सारे इस खाते से किसी भी तरह का लेन-देन नहीं कर सकेंगे. अकाउंट में भुगतान करने वाले संबंधित विभाग को भी नोटिस दी जा रही है.