बिहार होम गॉर्ड और फायर बिग्रेड की डीजी शोभा अहोतकर के खिलाफ अगर कोई शिकायत करता है तो उसका सूबे की नीतीश सरकार तबादला कर देती है. इससे पहले आईपीएस विकास वैभव से शोभा अहोतकर का टकराव हुआ था और नतीजे ये हुआ कि विकास वैभव का तबादला कर दिया गया. अब बिहार होमगार्ड की डीआईजी अनुसुइया रणसिंह साहू ने शोभा अहोतकर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए बिहार सरकार को पत्र लिखा. वैसे तो कार्रवाई या जांच शोभा अहोतकर के खिलाफ होनी चाहिए थी लेकिन इस बार भी उल्टी गंगा बह गई. मामले की जांच करने की बजाय अनुसुइया रणसिंह साहू का ही तबादला नीतीश सरकार द्वारा कर दिया गया है.
ताजा मामले में गृह विभाग द्वारा जारी की गई अधिसूचना के मुताबिक अनुसार अनुसुइया रणसिंह साहू को अब गृह रक्षा वाहिनी और अग्निशमन सेवा के डीआईजी से स्थानांतरित कर उप निदेशक नागरिक सुरक्षा के पद पर पदस्थापित किया गया है. बता दें कि अनुसुइया साहू ने होमगार्ड की डीजी पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. उन्होंने 13 पेज का पत्र लिखकर डीजी पर गंभीर आरोप लगाया है.
बताते चलें कि होम गार्ड और फायर ब्रिगेड में महिला आईपीएस अधिकारियों के बीच काफी समय से तनातनी देखने को मिल रही है. इस बारे में डीआईजी अनुसूया रणसिंह साहू के विरुद्ध आरोपों का पुलिंदा गृह विभाग को भेजा गया था. डीजी शोभा ओहटकर ने मार्च से सितंबर के बीच छह अलग-अलग पत्र गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को अपने द्वारा भेजे गए. लेकिन अुसुया रणसिंह साहू की शिकायतों पर विचार करने की बजाय उनका तबादला कर दिया गया है. ऐसा ही आईपीएस विकास वैभव के खिलाफ भी किया गया था.