बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरे चरण की बैठक में शामिल होने के बाद बिना प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए सीएम नीतीश कुमार
बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरे चरण की बैठक में शामिल होने के बाद बिना प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए सीएम नीतीश कुमार जल्द ही वापस बिहार लौट आए. अब इसी बात को लेकर सियासत गर्म हो गई है. कहा जा रहा है कि नीतीश को संयोजक नहीं बनाया गया या उनके नाम का ऐलान संयोजक के तौर पर नहीं किया गया इसलिए नीतीश कुमार नाराज हो गए. हालांकि, जेडीयू की तरफ से इस बात को खारिज किया जा रहा है. JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने तो यहां तक दावा कर डाला है कि विपक्षी संयोजक का ऐलान मुंबई की बैठक में किया जाएगा. अब सीएम नीतीश कुमार ने भी विवादों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
नालंदा में था मेरा कार्यक्रम: नीतीश
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि नालंदा में उनके कार्यक्रम बहुत पहले से ही निर्धारित था. यही कारण है वो विपक्षी दलों की मीटिंग में शामिल होकर जल्द ही बिहार लौट आए थे. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि किसी भी प्रकार का कोई विवाद विपक्षी दलों में नहीं है. मेरे द्वारा कही गई सारी बातें मानी गईं हैं. मेरी हर मांग मानी गई है. नालंदा में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की वजह से मैं जल्दी ही वापस चला आया था.
घबरा गए हैं PM मोदी
नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं. I.N.D.I.A सभी की सहमति से नाम दिया गया है. मैंने प्रधानमंत्री का एक वीडियो देखा था जिसमें वे कह रहे थे वोट फॉर INDIA... मैं भी 5 वर्ष NDA में रहा लेकिन मोदी जी ने कभी बैठक नहीं बुलाई. अब बैठक बुला रहे हैं यह घबराहट और हताशा है. 2024 में वे बुरी तरह पराजित होंगे.
ललन सिंह ने आगे कहा कि नीतश कुमार के नाराज होने का सवाल ही नहीं उठता. ये सब मीडिया की देन है. नीतीश खुद विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम में लगे हुए हैं तो वो नाराज क्यों होंगे. हम लोगों से बीजेपी डर गई है और इसलिए ऐसे अफवाह उड़ा रही है.