मुजफ्फरपुर न्यूज़: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नदियों से गाद हटाने के काम में तेजी लाने को कहा है. संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के पूर्व तैयारियों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिये. कहा कि बाढ़ और सुखाड़ दोनों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए वे पूरी तरह अलर्ट रहें. छोटी-छोटी नदियों को आपस में जोड़ने की कार्ययोजना बनाएं. नदियों की गाद की उड़ाही व शिल्ट हटाने को लेकर तेजी से कार्य करें इससे बाढ़ का खतरा भी कम रहेगा और नदियों की जल संग्रहण क्षमता भी बढ़ेगी. साथ ही सिंचाई कार्य में और सुविधा होगी.
मुख्यमंत्री ने भू-जलस्तर पर नजर रखने और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. कहा कि हर घर नल का जल योजना से लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसे पूरी तरह मेंटेन रखें. जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जल संरक्षण कार्य की सतत् निगरानी करें और इसे बेहतर ढंग से क्रियान्वित करें. निजी मकानों में भी लोगों को छतवर्षा जल संचयन के लिए प्रेरित करें. पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष गर्मी ज्यादा है. आग लगने की घटनाओं से बचाव के लिए त्वरित कार्रवाई करें. लू से बचाव के लिए सभी इंतजाम रखें. बैठक में मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तिका बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए मानव संचालन प्रक्रिया-2023 का विमोचन किया.
बिहार में सामान्य से कम बारिश भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने कहा कि मानसून के दौरान देश में सामान्य से कम, 96 प्रतिशत औसत वर्षा होने का पूर्वानुमान है. बिहार में औसत 952 मिलीमीटर वर्षा होने का पूर्वानुमान है, जो सामान्य से थोड़ा कम है. जून में बिहार में पहले होने वाले वर्षा के अनुपात में इस बार 35 से 55 प्रतिशत ही वर्षा होने की संभावना है. जून के तीसरे सप्ताह में बिहार में मानसून के प्रवेश करने की संभावना है.