बिहार | केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का सामूहिक एलान करने जुट रहे विपक्षी दलों के दो नेताओं के खिलाफ बिहार में माहौल है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उत्तर भारतीयों के खिलाफ बोलने-लिखने को लेकर सिर्फ सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, जबकि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के खिलाफ यूट्यूबर मनीष कश्यप को गिरफ्तार करने के गुस्से में बाकायदा मुहिम चल रही है। गुरुवार को सोशल मीडिया पर #gobackstalin को ट्रेंड कराया गया। शुक्रवार को 11 बजे सड़क पर प्रदर्शन की तैयारी है। इस बीच, पूरी मुहिम का नेतृत्व कर रहे भूमिहार समाज के नेता को नजरबंद किए जाने की खबर सामने आई है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन गुरुवार रात इधर पटना पहुंचे और उधर कुछ ही घंटे के अंदर भोजपुर से राष्ट्रीय जन जन पार्टी के संस्थापक और भूमिहार जाति के नेता आशुतोष कुमार को गिरफ्तार किए जाने की खबर सोशल मीडिया पर आने लगी। 'अमर उजाला’ को मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तारी नहीं की गई है बल्कि हिंसा फैलाए जाने की आशंका को आधार बनाकर बिहार पुलिस ने आशुतोष कुमार को कहीं नजरबंद कर रखा है। आशुतोष का मोबाइल भी बंद है और उनका सोशल मीडिया एकाउंट भी एडमिन के रूप में कोई दूसरा चला रहा है। शाम करीब छह बजे ही आशुतोष ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी थी कि गया, अरवल और पटना स्थित उनके आवास पर प्रशासन भेज कर विरोध प्रदर्शन नहीं करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया था कि लोकतांत्रिक तरीके से विरोध का अधिकार क्यों छीना जा रहा है?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जगह विपक्षी एकता की बैठक में स्टालिन को न्यौता देने के लिए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ही तमिलनाडु गए थे। गुरुवार रात करीब आठ बजे जब वह पटना एयरपोर्ट पहुंचे, तो भी डिप्टी सीएम ही स्वागत करने पहुंचे। स्टालिन पटना एयरपोर्ट से सीधे राबड़ी आवास में पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से मिलने गए। लालू से उनकी शिष्टाचार मुलाकात के दौरान मंत्री सुनील कुमार, मंत्री समीर कुमार महासेठ आदि भी मौजूद थे।