पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को हवाई सर्वेक्षण कर अल्पवृष्टि से प्रभावित औरंगाबाद, गया, नवादा, शेखपुरा, जमुई एवं नालंदा जिले के विभिन्न प्रखण्डों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। बता दे की बिहार इस समय सूखा की मार को झेल रहा है। अगस्त महीने में बारिश नहीं होने के कारण किसान काफी चिंतित है। बिहार में इस बार धान की रोपनी ना के बराबर हुई है। राज्य में सूखे का संकट छाया हुआ है। इसी बीच सीएम नीतीश कुमार ने आज सूखाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। वही शनिवार को सुखार को लेकर बैठक भी की थी। जिसमें उनके द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग और कृषि विभाग के अधिकारियों से उन्होंने पूरी रिपोर्ट ली है, और उसके बाद शनिवार सीएम नीतीश कुमार कई इलाकों का एरियल सर्वे किया।
जानकारी के मुताबिक हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति पर पूरी नजर रखें। डीजल अनुदान योजना के तहत किसानों को सिंचाई हेतु डीजल अनुदान के रूप में सहायता दी जा रही है, सभी जरूरतमंद किसानों को तेजी से इसका लाभ दिलाएं ताकि उन्हें राहत मिल सके। किसानों को 16 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति जारी रखें। मुख्यमंत्री ने अल्प वर्षापात के कारण धान की रोपनी की स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त करने का अधिकारियों को निर्देश दिया। कृषि विभाग के सचिव ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अल्प वर्षापात वाले जिलों में वैकल्पिक फसल के लिये किसानों के बीच निःशुल्क मक्का के बीज का वितरण किया गया है। मुख्यमंत्री ने इच्छुक किसानों को आकस्मिक फसल योजना के तहत निःशुल्क बीज उपलब्ध कराने हेतु पर्याप्त बीज की उपलब्धता सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया।
वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा सूखाग्रस्त जिलों में किए गए हवाई सर्वेक्षण के दौरान उनके साथ जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस.सिद्धार्थ, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मौजूद थे।