दरभंगा में एम्स के लिए केंद्रीय टीम ने किया प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण
टीम के सदस्यों ने शोभन में प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया
दरभंगा: दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण करने केंद्र सरकार की पांच सदस्यीय टेक्निकल एक्सपर्ट टीम यहां पहुंची. टीम के सदस्यों ने शोभन में प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया. इसके बाद टीम ने डीएमसीएच परिसर का भी जायजा लिया. टीम की रिपोर्ट के आधार पर एम्स निर्माण की दिशा में आगे की कारवाई की जाएगी.
केंद्रीय टेक्निकल टीम में शामिल आईआईटी, दिल्ली के स्ट्रक्चरल इंजीनियर प्रो. कुमार नीरज झा, जियोटेकल इंजीनियर डॉ. सुमित कुमार झा, जल संसाधन इंजीनियरिंग क्षेत्र के विशेषज्ञ डॉ. अश्विनी के गोसाईं, पीएमएसएसवाई के निदेशक नरेंद्र ओझा व सीडीबी केंद्रीय डिजाइन ब्यूरो के वरिष्ठ वास्तुकार राजीव कनौजिया बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव सुधीर कुमार के साथ दोपहर करीब 12 बजे शोभन स्थित प्रस्तावित स्थल पर पहुंचे.
टीम के सदस्यों ने प्रस्तावित स्थल से अन्य जिलों से रोड कनेक्टिविटी को लेकर जानकारी मांगी. उन्हें बताया गया कि प्रस्तावित स्थल से सभी जिलों के लिए रोड कनेक्टिविटी काफी बेहतर है. टीम के सदस्यों ने बरसात के मौसम में इलाके में जलजमाव की समस्या की जानकारी मांगी. निर्माण स्थल का बारीकी से जायजा लेने के बाद टीम दोपहर करीब डेढ़ बजे डीएमसीएच खेल मैदान पहुंची. वहां के निरीक्षण के दौरान टीम को बताया गया कि एम्स निर्माण को लेकर यहां पूर्व में मिट्टीकरण किया गया था. बाद में एम्स के लिए शोभन में स्थल का चयन किए जाने के बाद डीएमसीएच को विकसित करने के लिए मास्टर प्लान बनाया गया है. खेल मैदान में डीएमसीएच का 2100 बेड का अस्पताल प्रस्तावित है. अगल-बगल क्वाटर निर्माण भी प्रस्तावित है.
टीम के सदस्यों ने बरसात के समय यहां जलजमाव को लेकर जानकारी मांगी. उन्हें बताया गया कि इस इलाके में जलनिकासी का बेहतर प्रबंध नहीं है. बारिश होने पर यहां घुटनेभर पानी जमा हो जाता है. इस स्थल की चारों ओर घनी आबादी है. सामने से गुजरने वाली सड़क पर हेवी ट्रैफिक है. टीम ने खेल मैदान के अलावा रेलवे लाइन की दूसरी ओर स्थित जमीन का भी निरीक्षण किया. कितनी जमीन में मिट्टी भराई की गई है, उसकी जानकारी ली. इसके बाद टीम वहां से लौट गई.
पीएमएसएसवाई के निदेशक नरेंद्र ओझा ने बताया कि डीएमसीएच के अलावा शोभन में प्रस्तावित जमीन का टेक्निकल टीम ने निरीक्षण किया है. टीम अपनी रिपोर्ट तीन सप्ताह के अंदर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को सौंपेगी. टीम की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कारवाई की जाएगी. मौके पर डीएम राजीव रौशन समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे.