Buxar: बाढ़ से बचाव को व्यवस्था रखें दुरुस्त: डीएम दिनेश कुमार राय
क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत आदि में गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखने के निर्देश
बक्सर: DM Dinesh Kumar Rai ने कार्यपालक अभियंताओं को एंटी इरोजन और फ्लड फाईटिंग काम के साथ क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत आदि में गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखने के निर्देश दिए.
वे कलेक्ट्रेट के सभागार में संभावित बाढ़ से बचाव की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने अभियंताओं से कहा कि ऐसे कार्य निर्धारित मानक के अनुरूप होना चाहिए. गड़बड़ी करने वाले Executive Engineers के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी.
उन्होंने निर्देश दिया कि पुल-पुलिया, कलवर्ट आदि की समुचित तरीके से साफ-सफाई समय से हो जानी चाहिए ताकि जल निकासी अवरुद्ध नहीं होने पाएं. समीक्षा के क्रम में डीएम ने कहा कि नेपाल में बहुत कम समय में बहुत अधिक मात्रा में वर्षापात, गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज से काफी अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने, बादल की शिफ्टिंग आदि को लेकर पश्चिम चम्पारण जिले में बाढ़ की स्थिति बनती है. संभावित बाढ़ आपदा से निपटने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं अपडेट रखनी है.
अंचलाधिकारी नाव-नाविक, गोताखोर, कम्युनिकेशन प्लान, सूचना संग्रह, बाढ़ आश्रय स्थल सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं की तैयारी समय से कर लेंगे. संबंधित कार्यपालक अभियंता के साथ तटबंधों की नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे.
उन्होंने निर्देश दिया कि नाव, मोटरबोट एवं अन्य Alternative water transport सहित अन्य सांसाधनों की भौतिक स्थिति का आकलन कर लेंगे तथा इनकी फंक्शनालिटी की जांच भी करेंगे ताकि आपात स्थिति में त्वरित रूप से जान-माल की क्षति को रोका जा सके.
बाढ़ आश्रय स्थलों की जांच करने के साथ ही समुचित रख-रखाव की व्यवस्था करेंगे. साथ ही जिन बाढ़ आश्रय स्थलों पर पहुंच पथ की समस्या हैं, वहां पहुंच पथ निर्माण हेतु अविलंब अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे. इस अवसर पर एडीएम राजीव कुमार सिंह, एडीएम आपदा प्रबंधन रामानुज प्रसाद सिंह, बगहा एसडीएम डॉ.अनुपमा सिंह, बेतिया एसडीएम विनोद कुमार, नरकटियागंज एसडीएम सूर्य प्रकाश गुप्ता, नगर आयुक्त बेतिया शंभु कुमार, वरीय उप समाहर्ता, विपिन कुमार यादव, कमलाकांत त्रिवेदी, एस. प्रतिक, डीसीएलआर अमरेन्द्र कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी अनंत कुमार, सिविल सर्जन डॉ. श्रीकांत दूबे, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा सुजीत कुमार सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी, और सभी विभागों के कार्यपालक अभियंता आदि मौजूद थे.