Buxar: सीएस डॉ. अंजना कुमारी ने आठों अस्पतालों के प्रभारियों के खिलाफ शोकॉज जारी किया

प्रखंड अस्पतालों के प्रभारियों को शोकॉज

Update: 2024-06-24 05:04 GMT

बिहार: प्रखंड कार्यालय में हर हाल में हाजिरी बनाने का फरमान न मानना जिले के सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों को महंगा पड़ गया. इस नाफरमानी के खिलाफ सीएस डॉ. अंजना कुमारी ने आठों अस्पतालों के प्रभारियों के खिलाफ शोकॉज जारी करते हुए वरीय उप समाहर्ता भागलपुर को अपना-अपना स्पष्टीकरण भेजते हुए उसकी एक-एक कॉपी सीएस कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है. वहीं सीएस डॉ. अंजना कुमारी ने पीएचसी नारायणपुर, खरीक, नवगछिया, जगदीशपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सबौर व शाहकुंड और रेफरल अस्पताल नाथनगर व सुल्तानगंज के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को शोकॉज जारी करते हुए कहा कि इसका स्पष्टीकरण जिला विकास शाखा के वरीय उप समाहर्ता व सीएस कार्यालय को भेजने का निर्देश दिया. सिविल सर्जन ने न केवल डॉ. पोद्दार की प्रतिनियुक्ति रद्द कर दी बल्कि उन्हें उनकी पूर्व तैनाती वाले अस्पताल भेज दिया.

जारी आदेश में सिविल सर्जन डॉ. अंजना कुमारी ने कहा कि सीएचसी चंपानगर में लापरवाही चरम पर है. यहां पर अस्पताल के कर्मचारी ड्यूटी शुरू होने के बाद आते हैं और खत्म होने से पहले घर चले जाते हैं. यहां पर कायाकल्प समेत किसी भी सरकारी योजना पर काम नहीं किया जा रहा है. इस शहरी पीएचसी की बदहाली का आलम ये है कि अब तो मरीज भी इलाज कराने से कतराने लगे हैं. और आप (डॉ. सुनील पोद्दार) इस अस्पताल को चलाने में पूरी तरह से विफल हैं. ऐसे में आपकी प्रतिनियुक्ति रद्द करते हुए अपने मूल तैनाती वाले केंद्र पर भेजा जाता है.

भीखनपुर टैंक लेन की बिजली आधी रात से सुबह तक रही गुल: भीखनपुर टैंक लेन में लगभग घंटे बिजली गुल रही. आधी रात में ही खराबी आयी से दूसरे दिन सुबह करीब बजे तक खराब रही और लोग परेशान रहे.

इस बीच लोग शिकायत करते रहे लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई. करीब बजे बिजली मिली, तो लोगों ने राहत की सांस ली. सुबह सुबह लोगों को पानी की समस्या हुई. कई लोगों ने बाहर से बंद बोतल पानी खरीदकर लाया. भीषण गर्मी में शहर के कई हिस्से में लो वोल्टेज की समस्या हो रही है. 150 वोल्ट से भी कम आपूर्ति हो रही है. ऐसे में कुछ मोहल्लों में बिजली उपकरण बिना स्टेबलाइजर के काम नहीं कर रहा है. भीषण गर्मी में जीरोमाइल झुरखुरिया मोड़ के एक ट्रांसफार्मर का फेज उड़ गया तो उसको बनाने में बिजली कंपनी को लगभग 4 घंटे लग गए. इस दौरान लोग भीषण गर्मी में परेशान रहे.

और भी दर्जनों मोहल्ले में फेज उड़ने की शिकायत आयी लेकिन, समय से कुछ ही जगह पर बन सका.

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