Buxar: नवादा के मधुवन में घोड़ाकटोरा से तिगुना बड़ा जलाशय बनेगा

बिहारशरीफ के भी हर घर में गंगाजल पहुंचेगा

Update: 2024-09-07 07:54 GMT

बिहार: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व सूबे का ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा जलापूर्ति योजना के दूसरे चरण में घोड़ाकटोरा से तिगुना बड़ा जलाशय नवादा के मधुवन गांव में बनेगा. इसके बनने से गया, राजगीर व नवादा को 24 घंटे आपूर्ति के साथ ही बिहारशरीफ के भी हर घर में गंगाजल पहुंचेगा.

योजना के फेज-टू के पार्ट-1 के तहत मधुवन गांव में जलाशय निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. यहां जलाशय 300 एकड़ से अधिक भूमि में बनाया जाएगा. घोड़ाकटोरा जलाशय की क्षमता 9.8 एमसीएम जल संग्रहण की है, जबकि मधुवन जलाशय 27 एमसीएम क्षमता का होगा. एक एमसीएम सौ करोड़ लीटर पानी के बराबर होता है. जलाशय निर्माण के साथ ही पाइपलाइन भी बिछायी जाएगी. पाइप लाइन बिछाने के लिए इसी माह टेंडर किए जाने संभावना है. नवादा के भू-अर्जन पदाधिकारी शशांक कुमार ने बताया कि मधुवन में जलाशय निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है. सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगाजी राजगृह प्रोजेक्ट को भारत सरकार के सेंट्रल बोर्ड ऑफ एरीग्रेशन एंड पावर द्वारा वर्ष में राष्ट्रीय अवार्ड मिल चुका है. इससे पहले वर्ष 22 में बिहार सरकार द्वारा भी इस प्रोजेक्ट को पुरस्कृत किया जा चुका है.

में हुई थी ड्रीम प्रोजेक्ट की शुरुआत

इस ड्रीम प्रोजेक्ट की शुरुआत वर्ष में हुई थी. पहली बार घोड़ाकटोरा स्थित जलाशय में 15 जुलाई 22 को पानी पहुंचा. 22 को पानी राजगीर पहुंचा. इसके बाद 8 अक्टूबर 22 को गया पानी पहुंचा. एक नंबर 22 को तेतर में पानी पहुंचा. ड्रीम प्रोजेक्ट का सीएम द्वारा उद्घाटन 27 नवंबर 22 को किया गया था. 15 दिसंबर को नवादा शहर में जलापूर्ति शुरू की गयी. अभी इन शहरों में 24 घंटे पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है. मधुवन जलाशय बनने से इन शहरों में तो 24 घंटे आपूर्ति होगी ही, बिहारशरीफ के हर घर को भी गंगा जल मिलेगा.

मलमास व पितृपक्ष मेला में साबित हुई उपयोगिता

मलमास मेले के दौरान गंगा जल काफी उपयोगी साबित हुआ. गंगा जल सो ही मेले में पीने का पानी की समस्या उत्पन्न नहीं हुई. गया के पितृपक्ष मेले में पर्याप्त मात्रा में गंगा जल श्रद्धालुओं को मिला.

92 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचता है पानी

हाथीदहह से घोड़ाकटोरा स्थित जलाशय 92 किलोमीटर की दूरी तय पानी पहुंचता. यहां तक पानी पहुंचाने के लिए 16 हजार 728 पाइप बिछाए गए हैं. मोतनाजे स्थित डिटेंशन टैंक में पानी पहुंचने के बाद वहां जलशोधन कर पानी की आपूर्ति की राजगीर व नवादा में की जा रही है.

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