दरभंगा: कुशेश्वरस्थान पूर्वी अंचल के गढ़ैपुरा गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. गांव के बगल में स्थित नारायणपुर श्मशान घाट में पांचों शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया. इससे पूर्व सुबह में डीएमसीएच से पोस्टमार्टम से आए सभी शवों के गांव पहुंचते ही सुबह का सन्नाटा चीत्कार में बदल गया. ग्रामीण और सगे-संबंधी अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े. श्मशान घाट में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोगों की आंखें डबडबा रही थीं. लगभग एक सौ परिवार वाले गढ़ैपुरा गांव के अधिकतर घरों का चूल्हा नहीं जला. पूर्वी के प्रभारी सीओ शिवम कुमार ने दोपहर में गांव पहुंचकर पांचों मृतकाओं के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का चेक मुहैया कराया. इधर, इस घटना के बाद अब लोग नाव से आने-जाने से परहेज कर रहे हैं.
. प्रखंड की महिसौत पंचायत के गढ़ैपुरा गांव की बहू-बेटियों को अंतिम समय में भी गांव की मिट्टी नसीब नहीं हुई. की सुबह जैसे ही गांव में पांचों मृतकाओं के शव पोस्टमार्टम के बाद पहुंचे, गांव में चारों ओर से चीत्कार की गूंज सुनाई देने लगी. गमगीन ग्रामीणों ने दुखी मन से परिजनों को सांत्वना देते हुए उन्हें ढाढ़स बंधाया. नौका दुर्घटना में अपने परिजनों को खोने वाले ठोराय राम, देवनारायण मुखिया एवं जीबछ यादव सहित गांव के अन्य लोगों ने मृतकाओं के परिजनों को समझा-बुझाकर आगे का काम बढ़वाया. शवों को देख परिवार के लोगों के साथ गांव के लोगों की भी आंखें नम थीं. इस दौरान परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था. गांव के चारों ओर पानी रहने से शवों को कुशेश्वरस्थान प्रखंड के नारायणपुर श्मशान घाट पर ले जाया गया. वहां एक साथ मसोमात फूलपरी देवी, जगतारण देवी, सोनाली कुमारी, कल्पना उर्फ प्रीति कुमारी और सोनिया कुमारी के शवों का हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान गमगीन ग्रामीणों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी.
मालूम हो कि गत छह सितम्बर की शाम में झझड़ा हाट से खरीदारी कर नाव पर सवार हो गढ़ैपुरा गांव के लोग घर लौट रहे थे. इसी दौरान आयी तेज आंधी में नाव नारायणपुर के सामने बाढ़ के पानी से भरे चौर में पलट गई. इसमें गांव की दो बुजुर्ग बहू और तीन बेटियों की मौत पानी में डूबने से हो गई. जानकारी के अनुसार पानी में डूबी विमला देवी (65) का इलाज आज भी स्थानीय स्तर पर चल रहा है.
नेत्री ने पीड़ित परिजनों को दी सांत्वना लोजपा (रा) की दरभंगा महिला सेल की जिला अध्यक्ष गुंजन कुमारी गढ़ैपुरा गांव पहुंचकर नौका दुर्घटना में मृतकाओं की परिजनों से मिली और उन्हें सांत्वना दी.