बिहार : ये है बिहार की गजब फैमिली...इस परिवार में हैं 15 डॉक्टर

Update: 2023-08-29 11:17 GMT
बिहार: .आज के दौर में अपने बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियर बनाना हर माता-पिता का सपना होता है. इसके लिए बच्चे जहां कड़ी मेहनत कर दिन-रात पढ़ाई करते हैं, तो माता-पिता मोटी रकम तक खर्च करने से भी नहीं चूकते हैं. बावजूद कई बच्चों का सपना अधूरा रह जाता है. ऐसे में अगर आपको पता चले कि किसी परिवार में एक-दो नहीं, बल्कि 15 सदस्य डॉक्टर हैं तो आपको सहज विश्वास नहीं होगा. लेकिन ये बिल्कुल सच है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं वैशाली जिले के बिदुपुर थाना क्षेत्र स्थित रामदौली गांव के डॉ. बीके सिंह के परिवार की. डॉ सिंह की बेटी दामाद से लेकर बेटा, बहू और नाती तक सभी डॉक्टर हैं.
दरअसल, बीके सिंह के पिता खुद एक शिक्षक थे. बीके सिंह जब पढ़ाई पूरी कर डॉक्टर बन गए तो उनकी शादी भी डॉक्टर से हुई. इसके बाद उनके घर में डॉक्टर बनने का सिलसिला शुरू हो गया, जो आजतक जारी है.बीके सिंह को तीन बेटी है, तीनों डॉक्टर हैं. तीनों दामाद भी डॉक्टर हैं. इसके अलावा इन्हें दो बेटा है. वह दोनों भी डॉक्टर हैं और उनकी पत्नी भी डॉक्टर हैं. हैरत की बात यह है कि बीके सिंह की तीसरी पीढ़ी भी डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहा है. डॉ. बीके सिंह बताते हैं कि उन्होंने अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा और अनुशासन का पाठ पढ़ाया. इसी का फल है कि आज सभी डॉक्टर हैं. वे सभी बच्चों को बचपन से डॉक्टर बनने की सीख देते हैं.
गांव वालों का मुफ्त में करते हैं इलाज
उन्होंने बताया कि डॉक्टर से बढ़िया कोई अन्य सेवा नहीं दे सकता है. इसलिए ही डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है. बीके सिंह और उनके परिवार में डॉक्टरों की फौज होने का फायदा गांव वालों को भी मिलता है. गांव के लोगों का इलाज मुफ्त में किया जाता है. बहरहाल बचपन में हर मां-बाप अपने बच्चों को काग चेष्टा, बको ध्यानम, स्वान निंद्रा का मूल मंत्र देते हैं. लेकिन कम ही बच्चे होते हैं जो इस मूल मंत्र को अपने जीवन में आत्मसात करते हैं. लेकिन बीके सिंह के बच्चों ने इस मूलमंत्र को ना सिर्फ अपनाया, बल्कि सफलता पाकर माता-पिता का नाम भी रौशन कर रहे हैं.
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