कटिहार जिले का आजमनगर प्रखंड क्षेत्र व बारसोई अनुमंडल के हजारों छात्रों के उच्च शिक्षा का यह महाविद्यालय एक मात्र विकल्प है. सन 1963 ई में स्थापित इस महाविद्यालय से हजारों छात्रों ने अपनी उच्च शिक्षा पूरी की है. कहने को तो इस क्षेत्र के कई बड़े नेताओं ने भी अपनी उच्च शिक्षा इसी महाविद्यालय से प्राप्त की है, लेकिन कई वर्षों से यह महाविद्यालय मुलभुत सुविधाओं की कमी के कारण एक जंग लड़ रहा है. जैसे भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है. कई उपकरण बर्बाद हो रहे हैं. भवन के कमरों की छत की प्लास्टर गिर रही है. छत की छर दिखाई दे रही है, लेकिन इस महाविद्यालय को देखने वाला ना तो विधायक ना ही सांसद हैं.
पढ़ने के लिए क्लास रूम तक नहीं
आरडीएस कॉलेज सालमारी में क्षेत्र के छात्र-छात्रा स्नातक तक की शिक्षा ग्रहण करते हैं. वर्तमान शैक्षणिक सत्र में इंटर में लगभग 5 हजार छात्र छात्राओं का नामांकित है, लेकिन इन छात्रों के पठन-पाठन के लिए ना दुरुस्त क्लास रूम है और ना ही विषयवार शिक्षक हैं. इस कॉलेज में केवल एक ही वर्ग कक्ष ऐसा है जो बैठकर शिक्षा ग्रहण करने लायक है. बाकी वर्गकक्ष की छत व दीवारें गिरने की कगार पर हैं. कई विषय के तो शिक्षक हीं इस महाविद्यालय को नसीब ही नहीं है. जबकि कॉलेज के प्रधानाचार्य कॉलेज की वस्तु स्थिति की जानकारी विभाग को कई बार लिखित दे चुके हैं, लेकिन अब तक इस दिशा में सरकार कोई पहल नहीं कर रही है.
मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव
महाविद्यालय के प्राचार्य दिलीप कुमार यादव ने बताया कि बारसोई अनुमंडल के हजारों छात्रों के लिए ये महाविद्यालय एक मात्र उच्च शिक्षा केंद्र है. बावजूद इसके कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. वहीं, कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी सरकार से नया भवन निर्माण तथा कॉलेज में शिक्षकों की मांग कर रहे हैं.