बिहार : बाहर कमाने गया था मजदूर, बिना परिजन को बताए कर दिया गया अंतिम संस्कार
शेखपुरा के अरियरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ढड़सी गांव से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां दो ठेकेदार द्वारा मजदूरी करने बेंगलुरु ले गए एक मजदूर की जान चली गई. जिसके बाद परिजनों को बिना सूचना दिए, उसका दह संस्कार कर दिया गया. कई दिनों तक जब परिजन की उससे बात नहीं हुई तो उन्होंने लगातार पूछताछ और खोजबीन शुरू किया. इसके उपरांत बेंगलुरु के महादेवपुरण थाना से पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है. पुलिस भी इस मामले में निपापोती करने में लगी हुई है. बता दें कि मृतक की पहचान अरियरी थाना क्षेत्र के ढड़सी गांव निवासी गुड्डू केवट के रूप में की गई है.
रोजगार के लिए मजदूरी करने बाहर गया था मजदूर
मृतक मजदूर की पत्नी ने बताया कि नालंदा जिला के महदीपुर निवासी राकेश केवट और पटना के बेलक्षी थाना क्षेत्र जगजानपुर निवासी जितेंद्र केवट दोनों मेरे ससुराल आए थे. राकेश से मेरी पहचान थी क्योंकि वो मेरे मायके के रहने वाले थे. उन्होंने कहा कि यहां कोई रोजगार नहीं है. इसलिए चलो मैं तुम्हें काम दिलवाने में मदद करूंगा. इसी बात पर मजदूर गुड्डू उसके साथ बेंगलुरु चला गया.
बिना परिजनों को बताए किया अंतिम संस्कार
कॉल पर जब गुड्डू ने अपनी पत्नी से बात कि तो उसने बताया कि दोनों ठेकेदार से उसका विवाद होता रहता था. एक महीने तक बात हुई, लेकिन उसके बाद फोन से बात बंद हो गई. जिसके बाद घबराहट में मेरे देवर ने जाकर पता किया तो थाने में गुड्डू के मरने की सूचना मिली और फोटो दिखाया. जिसके उपरांत उसकी पहचान हो सकी. मृतक मजदूर गुड्डू की पत्नी मंजू देवी ने शेखपुरा एसपी को लिखित आवेदन दिया है और उक्त दोनों ठेकेदार पर हत्या का आरोप लगाया है. फिलहाल, पुलिस प्रशासन इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. वहीं, पीड़िता ने कहा है कि वो लगातार अधिकारियों के दरवाजे खटखटा रही है, लेकिन अब तक कही से कोई न्याय संगत प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. पीड़िता मंजू ने निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है.