बिहार : नवादा में ड्यूटी के दौरान जवान की मौत, सामने आई अधिकारियों की लापरवाही
नवादा में ड्यूटी के दौरान होमगार्ड जवान की मौत ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. बता दें कि होमगार्ड जवान की मौत से जहां परिवार में कोहराम मचा हुआ है. वहीं, एक सहयोगी होमगार्ड जवान भी गमगीन है. इसी के साथ विभागीय अधिकारियों की व्यवस्था को लेकर लोगों में गुस्सा भी है. दरअसल, उत्पाद विभाग में तैनात होमगार्ड जवान की मौत ड्यूटी के दौरान हो गई. जिसके बाद उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद व होमगार्ड डीएसपी के अलावे अन्य पदाधिकारीगण भी जांच चौकी पर पहुंच मामले की विस्तृत जानकारी ली.
क्या कहते हैं सहकर्मी
मृतक होमगार्ड के सहकर्मी अरविंद कुमार ने बताया कि श्रवण कुमार पिछले तीन दिनों से बीमार चल रहे थे. साथ ही कहा कि रविवार की शाम को बुखार और पेट दर्द की बात भी कहे थे, जिसको लेकर साथियों द्वारा दवाई वगैरह भी लाकर दिया गया था. रविवार की रात करीब 10 बजे खाना व दवाई खाकर सो गए. सोमवार की सुबह 6 बजे से उनकी ड्यूटी थी, जिसको लेकर सहकर्मी होमगार्ड जवान उठाने गए तो वे नहीं उठे. जांच पड़ताल किये जाने पर उनकी सांस व धड़कन का कुछ अता-पता नहीं चल रहा था. सम्भवत बीमारी की वजह से होमगार्ड जवान की मृत्यु हो गई. मृत्यु के बाद एसआई पिन्टू कुमार व मृतक के परिजनों को सूचना दी गई. जिसके बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया.
थानाध्यक्ष पर लापरवाही का आरोप
होमगार्ड जवान की मृत्यु होने की सूचना देने के लिए जांच चौकी प्रभारी उत्पाद एसआई पिन्टू कुमार ने थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर पवन कुमार को देने के लिए सरकारी व निजी मोबाइल नंबर पर कॉल किया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. इसको लेकर जांच चौकी पर तैनात कर्मियों में गुस्सा दिखा. उनका कहना है कि अगर इससे भी ज्यादा गंभीर मामला होता, तो हमलोग कैसे पुलिस बल की मदद ले पाते.
बैरक के आसपास गंदगी
जांच चौकी पर स्थित होमगार्ड बैरक के आसपास गंदगी की भरमार है.जिसके कारण वहां की आबोहवा दूषित है और मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों की फैलने की आशंका बनी रहती है.इस वजह से जांच चौकी पर तैनात कर्मी अक्सर बीमार पड़ते रहते हैं.मृतक होमगार्ड श्रवण कुमार भी शायद इसी का शिकार हो गयें होंगे.जिनका ठीक ढंग से उपचार नहीं होने के कारण मौत हो गई