बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जातीय जनगणना के आंकड़ों पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि ये सर्वे ठीक नहीं हुआ है. बिहार सरकार के रिपोर्ट से ये कैसे पता चलेगा कि कौन व्यक्ति-किस जाति का है? बीजेपी जातीय आधारित गणना का समर्थन करती है, मगर सवाल भी उठा रही है. कई जाति अपने कम संख्या दिखाने पर सवाल उठा रहे हैं. मंडल कमीशन के रिपोर्ट को भी यूपीए ने दर किनार करने का काम किया था. सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि बिहार में पंचायती राज में अति पिछड़ों को आरक्षण देने का काम एनडीए की सरकार ने किया है. नीतीश कुमार बिहार में जातीय समीकरण के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
अति पिछड़े को बिहार की गद्दी पर बिठाएं: सम्राट
उन्होंने कहा कि नीतीश और लालू में अगर दम है तो अपनी गद्दी छोड़कर अति पिछड़े को बिहार की गद्दी पर बिठाएं. वहीं, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने जातीय आधारित गणना के आंकड़े पर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए मैंने और मेरी पार्टी ने इसका पूरा समर्थन किया था. आरजेडी पर निशाना साधते हुऐ उन्होंने कहा कि 15 साल में RJD ने कुछ नहीं किया. आज वाहवाही लूट रहे हैं.
ललन सिंह ने बीजेपी को घेरा
जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद जमकर सियासत हो रही है. वहीं, JDU अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि बीजेपी हमेशा हर मुद्दे पर सियासत करती रही है. जब जातीय गणना हो रही थी तब बीजेपी ने इसे रोकने के लिए हर हथकंडा अपनाया. कोर्ट के माध्यम से इसे रुकवाने की कोशिश की गई, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने इसमें हस्तक्षेप नहीं किया और बीजेपी के हर प्रयास को विफल किया. जातीय गणना जारी करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को बहुत-बहुत बधाई. उन लोगों ने जो निर्णय लिया उसे धरातल पर उतरने का काम किया. ललन सिंह ने केंद्र सरकार से मांग की की आरक्षण का जो दायरा 50% है उसको बढ़ाया जाए.