बिहार :बिहार के दरभंगा जिले के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक युवती को एक युवक द्वारा शादी झांसा कर गर्भवती किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि एक युवक उसको शादी करने के बहाने कोलकाता ले गया। वहां दो दिन रखने बाद फिर मधुबनी जिले के झंझारपुर ले गया। वहां वह मुझे एक कमरे में छोड़कर मेरे जेवरात लेकर फरार हो गया। इसके बाद थक-हार कर 24 वर्षीय युवती ने थाना से लेकर बिरौल न्यायालय में न्याय की गुहार लगाई है।
अब बिरौल न्यायालय ने घनश्यामपुर थाना पुलिस को मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। पीड़िता ने बिरौल थाने को दिए आवेदन में चार लोगों को आरोपी बनाया है, जिसमें बालकृष्ण झा सहित उसके पिता शंभूनाथ झा, मां रेणु देवी और बहन संगीता देवी नामजद किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, पीड़िता जब फरियाद करने बिरौल थाना गई तो प्राथिमिकी दर्ज नहीं की गई। इसके बाद पीड़िता ने बिरौल व्यवहार न्यायालय में परिवाद याचिका दायर कर आरोपी युवक के खिलाफ थाने में प्राथिमिकी दर्ज करने की गुहार लगाई।
बिरौल न्यायालय में की गई परिवाद याचिका में पीड़िता ने आरोप लगाया है कि एक वर्ष पहले एक आयोजन के दौरान घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के जयदेवपट्टी गांव निवासी बालकृष्ण झा से परिचय हुआ था। इस दौरान हम दोनों को प्रेम हो गया। इस बीच युवक शादी का झांसा देकर मेरे साथ संबंध बनाने लगा, जिससे मैं गर्भवती हो गई। वह लगातार शादी का झांसा देकर यौन शोषण करता रहा।
पीड़िता ने बताया कि बीते माह 24 फरवरी को उसके पिता शंभूनाथ झा शादी कराए जाने की बात कहकर मुझे कोलकाता ले गए। उसके दो दिन बाद पुन: सभी लोग 26 फरवरी को झंझारपुर में शादी होने की बात बताकर वापस चले आए। झंझारपुर पहुंचने पर करीब आठ बजे रात में एक कमरे में छोड़कर वे लोग मेरे जेवरात लेकर फरार हो गए। इसके बाद मैंने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई।
पीड़िता ने आगे बताया कि मई 2023 में हुए एक यज्ञ में हमारी मुलाकात बालकृष्ण झा से हुई थी। उसके बाद फोन पर बातचीत होने लगा। बात बढ़ते-बढ़ते वह मेरे साथ जबरदस्ती करने लगा। इस बात की जानकारी मेरे मां को मिली तो मेरी मां ने उसके पिता शंभूनाथ झा से बात की। उसके बाद उसके अभिभावकों ने कहा कि आप कोलकाता चले जाइए, जहां मेरी बेटी संगीता रहती है। वहीं जाकर शादी विवाह कर लीजिए। फिर वहां जाने पर उन लोगों ने कहा कि गांव चलो, वहां शादी की जाएगी। वहां से फिर मुझे झंझारपुर ले गए। फिर वहां शादी करने की बात कही, लेकिन नहीं की।
पीड़िता ने बताया कि फिर दो दिन बाद वे लोग मुझे डॉक्टर को दिखाने ले गए। जहां अबॉर्शन कराने की बात की गई। लेकिन डॉक्टर ने अबॉर्शन करने से इनकार कर दिया। साथ ही डॉक्टर ने कहा कि आठ महीने का बच्चा है, ऐसा करने पर मैं जेल जा सकता हूं। इसलिए मैं ऐसा नहीं करूंगा। इसके बाद बालकृष्ण झा मुझे छोड़कर वहां से भाग गया। मेरे पास उसका कोई नंबर नहीं था और न ही कोई नंबर याद था। फिर मैंने अपनी बहन को फोन कर घटना की जानकारी दी और वह मुझे अपने घर ले गई।
वहीं, इस घटना को लेकर पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी युवक मेरी बेटी को यज्ञ में ले गया और मेरी बेटी से दुष्कर्म किया। फिर मेरी बेटी को लेकर कोलकाता भाग गया। उसके बाद चार दिन वहां रखा फिर झंझारपुर में लाकर छोड़ दिया। अब मैं न्यायालय के पास न्याय की उम्मीद लेकर आई हूं।