बिहार: बिहार के सुपौल जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश की अवहेलना का मामला सामने आया है. दरअसल भाई-बहन के खास त्योहार रक्षाबंधन के अवसर पर इस बार केके पाठक ने स्कूलों को खोलने का आदेश जारी किया था. इसके बाद शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं से स्कूल आने की बात कही थी. लेकिन, सुपौल में रक्षाबंधन त्योहार को लेकर छात्राएं स्कूल नहीं पहुंचीं.
दरअसल सुपौल में भाई-बहनों ने केके पाठक के फरमान को ठुकरा दिया. लिहाजा सुपौल जिले के सबसे प्रसिद्ध बबुजन विशेश्वर बालिका विद्यालय में 1 हजार से अधिक छात्राओं के नामांकन के बाबजूद उपस्थिति जीरो रही. वहीं सुपौल उच्य विद्यालय में 2158 बच्चो में महज 5 छात्र ही विद्यालय पहुंचे. हालांकि, इस दौरान विद्यालय के सभी शिक्षक सरकार के फरमान पर स्कूल मे मौजूद रहे.
गर्ल्स स्कूल की शिक्षिकाओं ने बताया कि कल विद्यालय बंद होने के समय सभी छात्राओ को रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द हो जाने की सूचना दे दी गयी थी. लेकिन, आज एक भी छात्रा विद्यालय नहीं पहुंची हैं, जिसकी वजह से पठन-पाठन का कार्य पूरी तरह ठप रहा. शिक्षिका रोहिणी कुमारी ने बताया कि विद्यालय के अन्य कार्य किए जा रहे हैं.
वहीं अंग्रेजो के जमाने के स्कूल सुपौल उच्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि यहां 2158 बच्चे नामांकित हैं. लेकिन, आज महज 5 बच्चे ही विद्यालय आए हैं. बहरहाल सरकार के इस फरमान के खिलाफ शिक्षकों के साथ-साथ छात्र छात्राओं ने भी बगावत की है. लिहाजा कई विद्यालय की उपस्थिति जीरो है तो कई की नगण्य है.