बिहार: मंत्री कार्तिकेय कुमार से घिरे नीतीश कुमार, जीतन राम मांझी पर हमला

जीतन राम मांझी पर हमला

Update: 2022-08-18 04:57 GMT

बिहार, बिहार सरकार में कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी होने से राजनीति गरमा गई है. बीजेपी ने इस बात को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अब नीतीश कुमार के साथियों ने भी इस पर आवाज उठानी शुरू कर दी है. बता दें कि कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह पर किडनैपिंग का आरोप है. उन्हें इसी मामले में कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वे पेश नहीं हुए थे. जिसके कारण कोर्ट ने अब उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया है.

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. पटना में बुधवार दोपहर एक कार्यक्रम से निकलने बाद जब वे मीडिया से मुखातिब हुए तो उन्हें कार्तिकेय सिंह को लेकर सवाल पूछा गया. तो उन्होंने यह कहकर बात टाल दी कि उन्हें इस केस की कोई जानकारी नहीं है. जिसके बाद महागठबंधन सरकार में सहयोगी हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री पर हमला किया.
8 घंटे में देना पड़ा था इस्तीफा- मांझी
जीतन राम मांझी ने कहा कि हो सकता है कि सरकार को इसके बारे में पता नहीं हो, क्योंकि शायद पता होता तो कार्तिकेय सिंह को शपथ नहीं दिलाई जाती. लेकिन जानकारी होने के बाद भी इस्तीफा नहीं लेने पर उन्होंने नाराजगी जताई. उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मेरे खिलाफ सिर्फ मुकदमा दर्ज हुआ था. हम पर वारंट भी नहीं था और उसके बावजूद 8 घंटे के अंदर इस्तीफा देना पड़ा था.
नीतीश कुमार पर सुशील मोदी का वार
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिस कार्तिक सिंह को हत्या की नीयत से अपहरण के एक मामले में 16 अगस्त को आत्मसमर्पण करना था, उन्हें उसी दिन कानून मंत्री बनाकर नीतीश कुमार ने बिहार में दहशत वाले 'लालूराज' की वापसी पक्की कर दी. उन्होंने कहाकि नीतीश कुमार ने कानून की नजर में अभियुक्त व्यक्ति को ही कानून मंत्री बनाकर संविधान और कानून का गला घोंटने की कोशिश की है.


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