बिहार में कोसी नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में एक बार फिर से हो रही लगातार बारिश के कारण इसका असर नदी के जलस्तर पर भी दिखने लगा है. वहीं नेपाल में लगातार बारिश की वजह से अब बिहार के कोसी नदी उफान पर है. कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. सोमवार सुबह 6 बजे कोसी बराज से 2 लाख 53 हजार 910 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. बता दें कि बीते शुक्रवार की रात 10 बजे से 12 बजे तक कोशी बराज से 4 लाख 14 हजार 160 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज रिकॉर्ड किया गया, जिसके कारण तटबंध के अंदर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
घरों में घुसा बाढ़ का पानी
आपको बता दें कि नदी के बढ़े जलस्तर के कारण सुपौल जिले के पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के अंदर आने वाले पांच प्रखंडों के 120 गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. वहीं, तटबंध के अंदर 6 हजार घरों में अब भी बाढ़ का पानी जमा है. सुपौल जिले के निर्मली प्रखंड अंतर्गत मझारी पंचायत के महुआ गांव के वार्ड नंबर तीन निवासी शिवनारायण यादव, बुचिया देवी समेत अन्य बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से बाढ़ का पानी जमा है, जिसके चलते घर के चूल्हे पानी में डूबे हुए हैं. अब वहां के लोगों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि खाना कैसे बनेगा और क्या खाएंगे.
साथ ही अभी तक इलाके में सरकारी अधिकारी नहीं पहुंचे हैं और न ही राहत सामग्री दी गयी है. उन्होंने बताया कि, ''किसी तरह बाहर निकलकर रिश्तेदारों से राशन पानी लेकर जीवन यापन कर रहे बाढ़ पीड़ितों ने सरकारी अधिकारियों पर उपेक्षा का आरोप लगाया है.''
अधिकारिओं ने किया अलर्ट
आपको बता दें कि बाढ़ की समस्या को लेकर, सुपौल डीएम कौशल कुमार ने बताया कि, ''सरकारी प्रावधान के अनुसार बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है. अगर ऐसा है तो भी उन पीड़ितों को जल्द ही राहत सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी.