बिहार: शहर से तकरीबन 30 किलोमीटर दूर बैकटपुर गांव में बैकुंठ धाम के नाम से प्रसिद्ध अति प्राचीन शिव मंदिर है. मान्यता है कि यहां राजा राम से लेकर द्वापर युग के महान योद्धाओं ने शिवलिंग की पूजा-अर्चना की है. सावन के आखिरी सोमवार के दिन यहां विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें लगभग 10,000 शिव भक्तों के पहुंचने का अनुमान है.
खुसरूपुर प्रखंड स्थित बैकटपुर गांव में बैकुंठ धाम मंदिर का निर्माण मुगल शासक अकबर के सेनापति मान सिंह ने कराया था. इस जगह का वर्णन आनंद रामायण में भी मिलता है. फिलहाल यहां पर सावन के अंतिम सोवार को बहुत बड़े भंडारे का आयोजन किया जा रहा है. आयोजकों का दावा है कि इतना विशाल भंडारा अब तक पटना या आसपास में नहीं हुआ है.
सेवा समिति के सदस्य राहुल कुमार ने बताया कि रविवार दोपहर से ही भंडारे की तैयारी शुरू कर दी गई है. भक्त सावन के अंतिम सोमवार को सुबह शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद मंदिर परिसर में ही भंडारे का प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे. व्यवस्थापक सोनू कुशवाहा ने बताया कि प्रसाद लेने के क्रम में भक्तों में होड़ न मचे, इसके लिए व्यवस्था बनाई जा रही है. ध्यान रखा जा रहा है कि किसी तरह की कोई कमी न रहे.
बड़ी संख्या में पहुंचे भक्त
वहीं, समिति के सदस्य अमित यादव ने बताया कि समाज के सभी लोगों के सहयोग से ही इतना बड़ा काम करने जा रहे हैं. सेवा समिति के उत्साहित सदस्यों की मानें तो इतना विशाल और भव्य भंडारा पटना में पहली बार होने जा रहा है. बता दें कि भंडारे में पूरी, सब्जी, हलुआ व अन्य पकवान शामिल किए गए हैं. गौरी दास सब्जी मंडी से सब्जियों की आपूर्ति किसानों द्वारा की गई है. आयोजकों का कहना है कि दस हजार से ज्यादा भक्त यहां पहुंच सकते हैं, जिसकी तैयारियां जोरों पर की जा रही हैं.