एक तरफ तो भागलपुर शहर में डेंगू के मरीज बढ़ते ही चले जा रहे हैं. डेंगू का प्रकोप काफी रफ्तार पकड़ चुका है. सभी अस्पताल के बेड मरीजों से भर चुके हैं. लोगों को कोरोना महामारी का वक्त याद आ रहा है. लोग डेंगू से बीमार हो रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर नगर निगम की उदासीनता साफ तौर पर देखने को मिल रही है. पूरे शहर में कई टन कूड़ा डंप किया हुआ है. जिस रास्ते से आप गुजरेंगे उसी रास्ते में कूड़े का डंपिंग नजर आएगा. लोगों को आने-जाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का दुर्गंध से जीना दूभर हो रहा है.
मेयर ने किया शहर का दौरा
इसको लेकर भागलपुर की मेयर डॉक्टर वसुंधरा लाल ने कई वार्डों का निरीक्षण किया और काफी असंतोषजनक स्थिति दिखी. गौरतलब है कि साफ सफाई करने का जिम्मा जिस प्राइवेट कंपनी को दिया गया है वह प्राइवेट कंपनी किसी भी तरह शहर की साफ सफाई में खरा नहीं उतर रही है. वसुंधरा लाल ने कहा कि या तो उसे हटाना होगा या फिर मैं आवेदन देकर उस प्राइवेट कंपनी को हटाने की बात करूंगी. क्योंकि शहर में बिल्कुल भी साफ सफाई नहीं है. मैं इस प्राइवेट कंपनी के काम से काफी नाखुश हूं और पूरा शहर कुड़े का अंबार बना हुआ है. जिससे कई तरह की बीमारियां भी शहर में फैल रही हैं.
लोगों ने भी कहा-कचरे से परेशान
यह बर्दाश्त करने लायक नहीं है. वहीं, कई वार्ड के लोगों ने भी कहा कि अभी मेयर साहिबा आई है तो साफ सफाई हो रही है. वरना साफ सफाई नदारत है. कहीं कोई साफ सफाई नहीं होती सिर्फ दिखावा होता है.