पटना (आईएएनएस)| पिछले वर्ष एनडीए से नीतीश कुमार के अलग होने के बाद भाजपा बिहार में खुद को मजबूत करने में जुटी है। हाल के दिनों में जिस तरह से भाजपा के नेता मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बयान दे रहे उससे यह साफ है कि भाजपा में अब मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चर्चा हो रही है।
इधर, गौर करने वाली बात है कि भाजपा के नेता जातीय मुद्दों के बजाय हिंदुत्व के मुद्दे को हवा दे रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि भाजपा अब कभी भी नीतीश कुमार के साथ समझौता नहीं करेगी और अगले बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ लड़ेगी।
भाजपा ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर एक कुशल वक्ता को सामने लाने की कोशिश की है। इधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय पहुंचने पर सम्राट चौधरी सीएम का चेहरा संबंधित नारे लगवा चुके हैं।
इधर, शनिवार को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सम्राट चौधरी बिहार के अगले मुख्यमंत्री के रूप में पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नाम की चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि भाजपा में कभी भी मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा नहीं हुई थी। पिछले 17 सालों में नीतीश के नेतृत्व में ही सरकार बनती रही है। भाजपा इस दौरान बड़े भाई की भूमिका में भी नीतीश की पिछलग्गू बनी रही।
चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कहते हैं कि भाजपा आज तक एक भी नेता ऐसा नहीं खोज पाई जिसे नेतृत्व लायक माना जाए।
उन्होंने कहा कि भाजपा को बिहार में कोई नया आदमी नहीं मिल रहा है, उनको भी वही व्यक्ति मिला है, जिनके बाप-दादा पहले किसी और दल में थे, बिहार में भाजपा अभी नेता खोज ही रही है। कोई नेता उनको यहां मिल जाएं जिसके नाम पर बिहार में चुनाव लड़ा जा सके, इसी की फिराक में रहते हैं।
प्रधानमंत्री के चेहरे पर जो वोट मिलता है बस वही वोट भाजपा को मिल रहा है। बिहार में भाजपा के किसी नेता के नाम पर 5 वोट भी नहीं है।
वैसे, भाजपा के सूत्रों का कहना है भाजपा यहां यूपी के योगी आदित्यनाथ जैसे सख्त हिंदुत्ववादी चेहरे की तलाश में है। सूत्र यह भी कहते हैं कि भाजपा किसी के गठबंधन के बिना भी अपने दम पर चुनावी मैदान में उतर सकती है।
गौर से देखें तो भाजपा नए चेहरे को अभी से ही सामने लाने लगी है जो विरोधियों के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी कहते हैं कि भाजपा कार्यकतार्ओं की पार्टी है और यहां जिसे जो कार्य या दायित्व मिलता है, उसे निभाया जाता है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि भाजपा के बूथस्तर का अध्यक्ष भी नीतीश कुमार से अच्छे से बिहार चला लेगा।
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