बिहार विधानसभा : अग्निपथ योजना को लेकर सियासी पारा गर्म, अध्यक्ष चैंबर के बाहर धरने पर बैठा विपक्ष
बिहार की राजधानी पटना में हुई बारिश के बाद तापमान में भले ही गिरावट आई हो, लेकिन अग्निपथ योजना को लेकर सियासी पारा गर्म है
पटना: बिहार की राजधानी पटना में हुई बारिश के बाद तापमान में भले ही गिरावट आई हो, लेकिन अग्निपथ योजना को लेकर सियासी पारा गर्म है. बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चैथे दिन बुधवार को विपक्ष इस योजना को वापस लेने की मांग को लेकर हंगामा किया और सदन का बहिष्कार करते हुए विधानसभा अध्यक्ष के चैबर के सामने धरने पर बैठ गए.
विधानसभा की कार्यवाही चलती रही लेकिन सदन में विपक्ष के सदस्य नहीं पहुंचे. राजद, कांग्रेस और वामपंथी दलों के विधायक विधान परिसर में भी पोस्टर लेकर अलग-अलग प्रदर्शन किया. इसके बाद सभी विधानसभा अध्यक्ष चैंबर के सामने पहुंचे और वहीं धरने पर बैठ गए.
सभी विधायक सेना में भर्ती की नई योजना का विरोध कर रहे है. राजद के आलोक मेहता ने कहा कि सदन के अंदर विपक्ष को अग्निपथ योजना को लेकर बोलने नहीं दिया जा रहा है, ऐसे में सदन में जाने का क्या लाभ. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भले ही यह योजना लागू की गई है लेकिन इसका प्रभाव पूरे देश के युवाओं पर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी मांग विधानसभा से इसके वापस लेने का प्रस्ताव पास कर केंद्र को भेजा जाए.
इधर, राजद की विधायक संगीता कुमारी ने कहा कि हम सब इस योजना के विरोध में धरने पर बैठकर विरोध जता रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है. उल्लेखनीय है कि मानसून सत्र के दौरान विपक्ष अग्निपथ योजना को लेकर लगातार सरकार को घेर रहा है.
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को दोपहर में ही सदन के बहिष्कार करने की घोषणा कर दी. उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा था कि बुधवार को विपक्षी दलों के सदस्य विधानमंडल में कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा के सामने बैठकर धरना देंगे. हालांकि, बुधवार को बारिश के कारण विपक्षी सदस्य प्रतिमा के सामने नहीं जाकर अध्यक्ष के चैंबर के सामने ही धरने पर बैठे.