बिहार: सावन मास की समाप्ति होते ही मांस-मछली के शौकीन लोगों की भीड़ आज मछली बाजार, मुर्गा मंडी और मीट की दुकानों में देखने को मिली. लोग एक-एक घंटे अपनी बारी का इंतजार करते दिखे. दरअसल, सावन मास भगवान शिव का होता है और इसलिए लोग मांस मछली नहीं खाते. इस बार सावन मास दो माह तक चला क्योंकि बीच में ही पूरा एक महीना मलमास का था. आज जब सावन खत्म हो गया तो भारी संख्या में लोग मांस मछली, मुर्गा, मटन खरीदने के लिए बाजार पहुंचे. लोग अपनी बारी आने के लिए एक-एक घंटा इंतजार करते रहे.
जी हां! सावन के घत्म होते ही पटना में बने मांस, मछली, मुर्गा, मटन की दुकानों पर सुबह से ही भारी भीड़ देखी गई. लोग कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार एक-एक घंटा करते रहे. हालांकि, मछली के दामों में कोई विशेष प्रकार की बढ़ोत्तरी नहीं देखने को मिली लेकिन लोगों को अपनी बारी आने के लिए एक-एक घंटे इंतजार करते जरूर देखा गया पटना में मछलियों की कीमत पहले जैसे ही रही. अगर आज के दाम की बात करें तो जिंदा रेहू 120 प्रति किलो बिका, जिंदा कतला 220 रुपए प्रति किलो बिका, जिंदा बचवा 160 से 180 रुपए प्रति किलो बिका, देसी बचवा 800 रुपए प्रति किलो बिका, बच्चा मांगुर और बड़ा मांगुर 150 से 200 प्रति किलो बिका.