बिहार : संसद के विशेष सत्र को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू, BJP पर विपक्ष ने साधा निशाना
सितंबर माह में केंद्र सरकार के द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है. इस विशेष सत्र में पहले दिन के अलावा तमाम कार्य नए संसद भवन में किए जाएंगे और ऐसे में नए संसद भवन का विरोध महागठबंधन के द्वारा पहले ही किया गया था. जब इसका उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री के द्वारा करवाया गया ना कि राष्ट्रपति के द्वारा. इसके बाद लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा था, लेकिन अब इस नए संसद भवन में विशेष सत्र बुलाया गया है. वहीं यहां सवाल यह उठता है कि क्या महागठबंधन के नेता इस सत्र में हिस्सा लेंगे, जिसको लेकर जनता दल यूनाइटेड ने तंज कसा है.
जदयू ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और MLC नीरज कुमार ने कहा कि नए संसद में कार्य करने में कोई दिक़्क़त नहीं है, जहां तक बात है हमारे जाने की तो ये महागठबंधन तय करेगा, लेकिन ज़रा यह बताए कि केवल नए संसद में महात्मा गांधी का फ़ोटो कब लगेगा. हमारे राष्ट्रपिता हुए, साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि ज़रा BJP यह बताए कि देश के प्रथम राष्ट्रपति की तस्वीर कब लगायी जाएगी. संसद भवन में वही अपने बयान में नीरज कुमार ने यहां तक कह दिया कि जो अपमान उसके उद्घाटन में राष्ट्रपति को ना बुलाकर किया गया, उसके लिए बीजेपी माफी मांगे.
बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं, BJP ने पलटवार करते हुए कहा कि जदयू कौन होती है, हमें बताने वाली. BJP से विधायक पवन जयसवाल ने जनता तक नाटक पर तंज कसते हुए कहा कि ज़रा इन्हें इतना दिक़्क़त है तो ये लोग नए संसद भवन में ना जाए और तमाम सांसद इस्तीफ़ा दे दें. तब मानेंगे कि इन लोगों को संसद से दिक्कत है. वैसे भी इन लोगों के गिने चुने सांसद हैं, सभी इस्तीफ़ा दे दें .अगर हिम्मत है तो, संसद का विशेष सत्र केंद्र सरकार को अधिकार है बुलाने का और ऐसे में जब बुलाया गया है. इन्हें नहीं जाना है, तो अब इस्तीफ़ा देकर ही दिखा दें.
कांग्रेस प्रवक्ता ने साधा निशाना
इसी पर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने भी BJP पर तंज कसते हुए कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन भादों में सरकार कर रही है. इस वक़्त हम लोग शुभ कार्य नहीं करते हैं. साथ ही साथ राजेश राठौर ने यह भी कहा कि वहां पर क्या हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर लगायी जाएगी, क्या हमारे देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की तस्वीर लगायी जाएगी या फिर केवल सावरकर की तस्वीर ही लगाएंगे. केंद्र सरकार साथ ही साथ यह भी कहा कि पहले राष्ट्रपति से माफी मांगे BJP और जहां तक बात रही संसद में जाने की वो हमारे गठबंधन के नेता तय करेंगे.
बीजेपी मांगे राष्ट्रपति से माफी
वहीं, इन तमाम पलट वारों के बीच राजद ने भी साफ़ शब्दों में कह दिया कि पहले उन्हें देश के महामहिम राष्ट्रपति से माफी मांगनी चाहिए और जहां तक बात रही संसद में जाने की तो ये हमारे शीर्ष नेतृत्व तय करेंगे, लेकिन ये सरकार जब विशेष सत्र बुला रही थी. तब उन्होंने विपक्ष को एक बार बुलाया तक नहीं, सर्वदलीय बैठक नहीं कि ये लोग अपने से सारे कार्य करते हैं तो ऐसे में यह सरकार ज़्यादा दिन नहीं चलेगी.