बिहार : ADG ने अपराधियों को दी चेतावनी, उन्माद फैलाने वाले हो जाए सावधान
जातीय जनगणना को लेकर एक तरफ बिहार में सियासी तूफान मचा है तो वहीं, दूसरी तरफ सोशल मीडिया के जरिये समाज में उन्माद फैलाने की सूचना पुलिस मुख्यालय को मिली है. जिसके बाद बिहार पुलिस मुख्यालय इस सूचना का सत्यापन करने में जुट गई है. इस बात की जानकारी ADG पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने दी है. उन्होंने कहा कि जो भी लोग सोशल मीडिया पर किसी भी मामले को लेकर अगर उन्माद फैलाना चाहते है या फैलाने की कोशिश में जुटे हैं तो वो यह बात जान ले की बिहार पुलिस आप पर पैनी नजर रखे हुए है.
सिपाही चालक को किया गया निलंबित
उन्होंने कहा कि ऐसे तत्वों की पहचान कर हम लोगों ने कड़ी कानूनी कार्रवाई पहले भी की है और आगे भी केरेंगे किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा चाहे वो कोई भी हो. दूसरी तरफ ADG पुलिस मुख्यालय ने मुजफ्फरपुर से पुलिसकर्मियों की आई अमानवीय तस्वीर के संदर्भ में बताया की इस मामले में शामिल एक सिपाही चालक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जबकि अन्य दो होमगार्ड के जवान को उनकी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और अन्य एक पुलिस पदाधिकारी जिनकी वहां डियूटी लगी थी. मगर उस वक़्त वो मौक़े पर मौजूद नहीं थे. उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायगी.
कई साइबर अपराधी हुए गिरफ्तार
ADG ने यह भी कहा कि शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है. हालांकि अबतक शव की पहचान नहीं हो पाई है. ADG ने नवादा में पकड़े गये साइबर ठग गैंग के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि जो साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं. उन लोगों ने बताया है कि पुलिस की सक्रियता के कारण इन लोगों ने ठगी का अपना ट्रेंड बदल दिया है. अब ये लोग शहरी इलाके के बजाए सुदूर गांव खेत बग़ीचा में जाकर अपनी ठगी की दुकान चला रहे हैं. ऐसे साइबर गैंग के विरुद्ध हमारा अभियान आगे भी जारी रहेगा. जिला पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई सयुक्त रूप से ऐसे गैंग के विरूद्ध कार्रवाई करते रहेगी.