आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ चुकी है। अब नौकरी के लिए जमीन देने वाले घोटाले में फंस गए हैं। इस बार यह केस CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) को सौंप दिया गया है। ये मामला 15 साल पुराना है, जब लालू यादव रेल मंत्री हुआ करते थे। उन पर आरोप है की उन्होंने जमीन लेकर रलवे में नौकरी दिया करते थे। इस मामले में पहले भी कई बार छापेमारी की जा चुकी है।
उन पर आरोप है कि नौकरी के बदले जमीन लेते थे। इसके साथ ही उनपर यह भी आरोप लगा था कि उन्होंने शेल कंपनियों के माध्यम से कम दाम में दिल्ली में संपत्ति खरीदी थी। CBI ने मामले की जांच 2018 में जांच शुरू की थी। मई 2021 में जांच बंद कर दी गई थी। यही मामला अब फिर खुला है।
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