Bhagalpur: सीवरेज का निर्माण कार्य पांच वर्ष बाद भी अधूरा
सीवरेज के लिए सड़क खुदाई से शहरवासियों में आक्रोश
भागलपुर: निगम क्षेत्र में सीवरेज निर्माण की प्रगति बेहद खराब है. निमाण कार्य शुरू हुए पांच वर्ष से अधिक बीत गये. सीवर लाइन से लेकर ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण तक दो अरब 36 करोड़ रुपये का प्राक्कलन है. सीवरेज निर्माण को लेकर सड़क खुदाई से हुई परेशानी से शहरवासियों में धीरे-धीरे आक्रोश बढ़ने लगा है.
शहरी क्षेत्र के घरों से गंदे पानी को शुद्ध कर उपयोगी बनाने का लक्ष्य है. लेकिन वर्तमान समय में भी निर्माण कार्य अधूरा है. निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी के अधिकारी इस साल नहीं अब 31 मार्च 2025 में चालू कराने का लक्ष्य है. भौगोलिक दृष्टिकोण से निगम क्षेत्र 45 वार्डों में विभक्त है. लेकिन सिवरेज का निर्माण कार्य महज 22 वार्डों में ही चल रहा है. इसके तहत 90.5 किलोमीटर में पाइपलाइन का काम करना है. फिलहाल विष्णुपुर में 55 मीटर में पाइपलाइन का काम बांकी है. निर्माण कार्य पूरा होने पर निगम क्षेत्र के 20 हजार घरों में कनेक्शन का लक्ष्य निर्धारित है.
पूर्व मुख्य पार्षद उपेन्द्र प्रसाद सिंह के प्रयास से चार फरवरी 2020 से इस योजना का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. 31 मार्च 2023 में ही इस काम को पूरा कर निगम को सौंप देनी थी. लेकिन निर्माण कार्य अभी अधूरा है. इस योजना को पूरा करने की जिम्मेवारी तोशिबा व केवाड़िया कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को मिली है. वाजितपुर में ट्रीटमेंट प्लांट का मैक्निकल कार्य लगभग तैयार है. सुहृदनगर स्थित अंडी रेशम केंद्र के समीप व पिपरा के समीप पंपिंग स्टेशन का निर्माण अभी भी चल ही रहा है.
सड़कें टूटी, प्रदूषण भी बढ़ा : सीवर पाइप लाइन बिछाने के लिए निगम क्षेत्र के 22 वार्डों की मुख्य से लेकर गली मोहल्ले की सड़कें खोदी गयी. सही तरीके से मरम्मत कार्य नहीं होने के कारण कहीं सड़कें टूटी तो कहीं धंसती गयी. अभी भी खोदी गयी सड़कें सही तरीके से मरम्मत नहीं करायी जा सकी. सड़क खोदने के दौरान धूलकण से शहर का प्रदूषण लेवल भी बढ़ा. पीसीसी सड़क एक दो माह बाद ही टूटती गयी. घटिया निर्माण कार्य को लेकर तत्कालीन नगर आयुक्त मनोज कुमार ने कई बार विभाग के यहां पत्राचार किया. मुख्य पार्षद पिंकी देवी ने भी बुडको की कार्यशैली पर सवाल करते हुए नगर विकास एवं आवास विभाग से लेकर डीएम को पत्र देकर रेस्टोरेशन कार्य कराने की मांग की. लेकिन एजेंसी वालों पर इसका प्रभाव बेअसर रहा है.
इस दौरान शहरवासी लगातार पांच साल से दर्द झेल रहे हैं. वार्ड-24 के पार्षद राजीव रंजन, वार्ड-29 के पार्षद राजदीप कुमार उर्फ मुकुल सरदार, वार्ड पार्षद मीना देवी आदि ने बताया कि बुडको के अधिकारी की मनमानी की वजह से सीवरेज निर्माण कार्य अधूरा है.
विष्णपुर में 55 मीटर का पाइपलाइन का काम बचा है. 20 हजार घरों में कनेक्शन का लक्ष्य है. 15 नवंबर से कनेक्शन का काम शुरू होगा. उसके बाद घर के गंदा पानी सीवर से होकर ट्रीटमेंट प्लांट में जाएगा. 31 मार्च 2025 को सीवरेज योजना चालू कराने का लक्ष्य है. अमित कुमार,सहायक अभियंता बुडको