भागलपुर: रेलकर्मियों की दिन-प्रतिदिन बढ़ती स्थानीय और राष्ट्रीय समस्याओं के प्रति केंद्र सरकार और रेल प्रशासन की उपेक्षापूर्ण नीतियों के विरोध में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के आह्वान पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन गढ़हरा बरौनी की चारों शाखाओं के प्रतिनिधियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया.
साथ ही, पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की गई. इसके अलावा वर्ष 1960 की हड़ताल में दाहोद (गुजरात) में गोलियों से मारे गए पांच रेलकर्मियों कामरेड रणजीत सिंह, कामरेड सखा राम, कामरेड सीताराम, कामरेड कृपा शंकर एवं कामरेड खदेरन को श्रद्धांजलि दी गई. अध्यक्षता ईसीआरकेयू के मंडल अध्यक्ष कामरेड शिवप्रसाद यादव ने किया. इस दौरान दर्जनों की संख्या में रेल कर्मचारी उपस्थित रहे.
ईसीआरकेयू के शाखा मंत्री जीवानन्द मिश्र ने कहा कि नई पेंशन योजना को समाप्त कर सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग एवं एआईआरएफ के दिशा-निर्देश पर वर्ष 2023 में व्यापक और राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया गया. रामलीला मैदान नई दिल्ली में अगस्त, 2023 को विशाल रैली के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर इस विषय पर फेडरेशन द्वारा संयुक्त फोरम की विशेष बैठक की गई. इस बैठक में फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि पुरानी पेंशन योजना से कम कुछ स्वीकार नहीं है.
लेकिन, इस दिशा में केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई पहल नहीं किए जाने से रेलकर्मियों सहित सभी अन्य केंद्रीय कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है.भारत सरकार से यूनियन ने कहा है कि समय रहते हमारी मांगों को अगर नहीं माना गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा. बताया कि स्थानीय प्रशासन द्वारा 4600 ग्रेड पे से 4800 एवं 4800 से 5400 ग्रेड का अपग्रेडेशन मामला लंबित रखा गया है. साथ ही, जूनियर इंजीनियर से सीनियर सेक्शन इंजीनियर पद पर पदोन्नति भी बाधित है. मांगों को पूरा करने के लिए अविलंब पहल की जाए. अन्यथा, यूनियन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा. मौके पर शाखा मंत्री मनोज कुमार गोस्वामी, विकाश चंद्र सिन्हा, डीके झा, शशिकांत, विनय कुमार, राकेश सक्सेना, अभिनव कुमार, रविन्द्र कुमार, रामनिरंजन सिंह आदि ने विचार रखे. मौके पर निरंजन डे, रंजन कुमार, विनीत चंद्र झा आदि थे.