Bhagalpur: सरकारी स्कूलों में निरीक्षण का कार्यक्रम जारी हुआ

विद्यालय के निरीक्षण के लिए निरीक्षकों को तीन महीने का समय दिया गया

Update: 2024-07-02 07:55 GMT

भागलपुर: सरकारी स्कूलों में निरीक्षण का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है. अब प्रत्येक विद्यालय के निरीक्षण के लिए निरीक्षकों को तीन महीने का समय दिया गया है. उन पर प्राधिकृत स्कूलों की दशा एवं दिशा सुधारने की जिम्मेवारी होगी.

उनका निरीक्षण केवल छात्रों एवं शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने की ही नहीं होगी, बल्कि विद्यालय संचालन में किसी प्रकार की कमी एवं कठिनाई पर भी ध्यान देना होगा. विद्यालयों में उचित शैक्षणिक वातावरण का निर्माण कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की भी जिम्मेदारी होगी. विद्यालय अनुसार व्यवस्था को और अधिक प्रभावी एवं सशक्त बनाने के लिए शिक्षकों व बच्चों की उपस्थिति, आधारभूत संरचना के साथ एकेडमिक गतिविधियां, एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी तथा वर्ग कक्ष संचालन इत्यादि का सघन अनुश्रवण किया जाएगा. इस आशय का संयुक्त आदेश विभागीय गाइडलाइन के आलोक में डीडीसी व डीईओ ने जारी किया है.

उन्होंने प्रत्येक विद्यालय के लिए रोस्टर निर्धारित कर दिया है. इस रोस्टर के अनुसार प्रत्येक विद्यालय का सप्ताह में कम से कम एक बार निरीक्षण, अनुश्रवण किया जाएगा. विभाग ने इस बार इसके निर्धारण के लिए जिलों के डीडीसी को प्राधिकृत किया है. इस बार का निरीक्षण रूटीन निरीक्षण नहीं होगा बल्कि औचक निरीक्षण किया जाएगा. औचक निरीक्षण में डीपीओ व कार्यक्रम पदाधिकारी शामिल किए गए हैं.

जिले में डीईओ व डीपीओ अलग-अलग प्रखंडों में विद्यालयों का औचक निरीक्षण करेंगे ताकि निरीक्षी पदाधिकारी या कर्मचारी द्वारा की जाने वाली जांच के सत्यापन के साथ-साथ गुणवत्ता में भी सुधार का अनुरक्षण किया जा सके. मॉनिटरिंग सेल में डीईओ कार्यालय के प्रधान लिपिक परवेज अहमद, जिला परियोजना प्रबंधक जगजीत मंडल, शिक्षा विभाग के कंप्यूटर प्रोग्रामर कृष्ण चंद्र चौधरी एवं बीईपी के डाटा एंट्री ऑपरेटर राघव आनंद को शामिल किया गया है.

Tags:    

Similar News

-->