Bhagalpur: जमीन मिले तो दो साल में तैयार हो जाएंगे राजमार्ग: एनएचएआई

"भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का दावा"

Update: 2024-12-27 08:54 GMT

भागलपुर: बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) का निर्माण तय समय में नहीं हो पा रहा है। जमीन अधिग्रहण की समस्या और वन विभाग की मंजूरी मिलने में देरी के कारण राज्य में एनएच का काम तय समय में पूरा नहीं हो पा रहा है। नेशनल हाईवे बनाने वाली एजेंसी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का दावा है कि अगर जमीन मिल जाय तो किसी भी सड़क का निर्माण दो साल में पूरा कर लिया जा सकता है। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2014 में बिहार में 4588 किलोमीटर एनएच था। मोदी सरकार में 1347 किमी एनएच की मंजूरी मिली। बीते पांच वर्षों में बिहार में 58 सड़क परियोजनाओं पर काम शुरू हुआ, लेकिन इनमें से बमुश्किल पांच-छह परियोजनाएं ही समय पर पूरी हो सकीं। अब भी राज्य में लगभग तीन दर्जन एनएच परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें लगभग दो दर्जन परियोजनाएं ऐसी हैं जो समय से देर हो चुकी हैं। इन परियोजनाओं के पूरा होने की नई समय तिथि तय की गई है। हालांकि विलंबित परियोजनाओं में कई ऐसी भी हैं, जिनमें कोई समस्या नहीं है। मगर निर्माण एजेंसी की सुस्ती के कारण समय पर सड़क का निर्माण नहीं हो सका। बिहारशरीफ-बरबीघा-मोकामा सड़क को अक्टूबर 2019 में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन यह फरवरी 2021 में पूरा हुआ। छपरा-गोपालगंज का निर्माण दिसम्बर 2017 में पूरा होना था, लेकिन इसका निर्माण भी जुलाई 2022 में पूरा हुआ। सिमरिया से खगड़िया का निर्माण अप्रैल 2019 में पूरा होना था, लेकिन इसका निर्माण मार्च 2023 में पूरा हुआ। कोईलवर-भोजपुर का निर्माण 2020 में पूरा होना था, लेकिन इसका निर्माण भी अप्रैल 2023 में पूरा हुआ। इसी तरह भोजपुर-बक्सर का निर्माण 2020 में पूरा होना था, लेकिन इसका निर्माण मई 2023 में पूरा हुआ। फारबिसगंज-जोगबनी का निर्माण कार्य अप्रैल 2018 में पूरा होना था, लेकिन इसका काम जुलाई 2023 में पूरा हुआ।

यहां भी निर्माण कार्य विलंब से पूरा हुआ: इसी तरह भागलपुर बाईपास का निर्माण नवम्बर 2017 के बदले जून 2019, एनएच 104 का मरम्मत कार्य अगस्त 2016 के बदले फरवरी 2020, एनएच 327 ई का मरम्मत कार्य फरवरी 2019 के बदले जून 2020, एनएच 333ए का मरम्मत कार्य नवम्बर 2019 के बदले मार्च 21, एनएच 81 का मरम्मत कार्य मई 2019 के बदले नवम्बर 2021, एनएच 219 का मरम्मत कार्य मई 2019 के बदले जून 2021, टोलाकुरवा से वाया चकाई होते हुए विष्णुपुर का निर्माण फरवरी 2020 के बदले फरवरी 2022 में पूरा हुआ। पटना में महात्मा गांधी सेतु का मरम्मत कार्य मई 2020 में पूरा होना था, जो जुलाई 2022 में पूरा हुआ। जबकि एनएच 101 का मरम्मत कार्य अगस्त 2020 के बदले जून 2022, गया-गोह का मरम्मत कार्य नवम्बर 2020 के बदले अप्रैल 2022, फतुहा-हरनौत-बाढ़ का अगस्त 2019 के बदले मई 2022, एनएच 331 का मरम्मत कार्य मार्च 2021 के बदले जुलाई 2023 में पूरा हुआ।

केंद्र सरकार की ओर से जिन परियोजनाओं की मंजूरी मिलती है, उसे पूरा करने के लिए एनएचएआई प्रतिबद्ध है। जमीन मिले तो दो साल में किसी भी सड़क का निर्माण हो सकता है। मुआवजा भुगतान में देरी के कारण किसान जमीन पर काम शुरू नहीं करने देते। इन मसलों पर सकारात्मक कार्रवाई की जरूरत है।

- वाईबी सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआई, बिहार

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