Bhagalpur: फाइलेरिया केंद्र बंद होने के कगार पर

केंद्र के संचालन के लिए पर्याप्त भूमि और भवन उपलब्ध

Update: 2024-07-16 05:00 GMT

भागलपुर: राजकीय अयोध्या शिव कुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय में चल रहे फाइलेरिया केंद्र के बंद हो जाने का खतरा पैदा हो गया है. इससे बिहार ही नहीं वरन अन्य प्रदेश के रोगियों में भी हड़कंप मच गया है. केरल के कासरगोड स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ अप्लाइड डर्मेटोलॉजी के द्वारा राजकीय अयोध्या शिव कुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय बेगूसराय में जनवरी वर्ष 2023 से फाइलेरिया रोगियों के इलाज के लिए इस केंद्र की स्थापना की गई थी.

इस केंद्र ने बेगूसराय ही नहीं वरन बिहार समेत अन्य राज्यों के रोगियों के बीच सफलता के झंडे गाड़े हैं. अब तक 265 रोगियों का सफल इलाज इस केंद्र में किया जा चुका है और 980 रोगियों की प्रतीक्षा सूची बनी हुई है. अगर उनका विधिवत इलाज किया जाए तो अगले 4 साल तक इस केंद्र को इलाज से फुर्सत नहीं मिलेगी लेकिन इस केंद्र की अवधि दिसंबर 2024 तक ही है. उसके बाद यह केंद्र बंद हो जाएगा. महाविद्यालय के प्राचार्य श्रीनिवास त्रिपाठी ने बताया कि लगभग माह पूर्व केंद्र के संचालन के लिए आयुष मंत्रालय ने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ,नयी दिल्ली के प्राध्यापक डॉक्टर गालिब को केंद्र की जांच, रखरखाव, इसकी उपयोगिता तथा बजट का लेखा-जोखा करने के लिए आदेश दिया था. जांच के पश्चात डॉक्टर गालिब ने आयुष मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. दरअसल कासरगोड की संस्था को बिल गेट्स द्वारा संचालित गेट्स एंड मिलिंडा फाउंडेशन के द्वारा फंडिंग की जा रही है. यह संस्था दिसंबर के बाद इसके संचालन से अपना हाथ खींच लेगी . प्राचार्य ने बताया कि बेगूसराय के जनता की डिमांड पर राज्य सरकार और भारत सरकार के आयुष मंत्रालय से भी पत्रा किया गया है. इस केंद्र में जिन रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है वह अब सुख चैन का जीवन बसर कर रहे हैं.

संस्था के संचालन पर प्रतिमाह लगभग पांच लाख रुपए का व्यय आ रहे हैं. इस केंद्र में चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवी प्रसाद, केंद्र समन्वयक रवि रंजन, योग प्रशिक्षक रणधीर कुमार समेत नर्स और मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर कार्यरत हैं. केंद्र के संचालन हेतु इंस्टीट्यूट आफ अप्लाइड डर्मेटोलॉजी, केरल की इंस्पेक्टर डॉ. रूपा कामत ने सप्ताह पूर्व केंद्र का निरीक्षण किया था. प्राचार्य डॉक्टर श्रीनिवास त्रिपाठी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय से भी मुलाकात की थी. उनसे इस केंद्र को संचालित रखने संबंधी अनुरोध किया था. आज महाविद्यालय के प्राचार्य के नेतृत्व में फाइलेरिया केंद्र की स्थिति के निरीक्षण के लिए महाविद्यालय के सह -प्राध्यापक डॉ. लाल कौशल कुमार तथा आवासीय चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिलीप कुमार वर्मा ने फाइलेरिया केंद्र का दौरा किया.

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