Begusarai: वर्षों से धंस रहा है अतरुआ पुल, सुधि लेने वाला कोई नहीं

पुल का रखरखाव को लेकर अब तक सरकार व प्रशासन उदासीन है

Update: 2024-07-24 04:16 GMT

बेगूसराय: तेघड़ा और अतरुआ के बीच बलान नदी पर निर्मित अतरुआ पुल प्रतिवर्ष नीचे धंस रहा है लेकिन पुल का रखरखाव को लेकर अब तक सरकार व प्रशासन उदासीन है.

गौरतलब है कि वर्ष 2004 में तत्कालीन सांसद रामजीवन सिंह की अनुशंसा पर अतरुआ पुल बनाया गया. पुल के बनने से सुदूर गांव बनवारीपुर, चंदौर, मोख्तियारपुर, महेशपुर, गेहुनी, पाली, लखनपुर सहित दर्जन से अधिक गांव का जिला एवं तेघड़ा अनुमंडल का संपर्क स्थापित हो गया. पुल का उद्घाटन करने पूर्व केन्द्रीय रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्णांडिस पहुंचे थे. अतरुआ के पूर्व मुखिया रविन्द्र प्रसाद राय ने बताया कि बलान नदी पर कोई पुल नहीं रहने से पूरा उत्तरी भाग जिला व अनुमंडल से कटा हुआ था. ग्रामीण व जिला पार्षद प्रकाश पासवान ने बताया कि प्रखंडों व समस्तीपुर जिला को जोड़ने वाला यह पुल कम लंबाई का होने के बावजूद बहुत महत्वपूर्ण है. पुल बनने से हजारों वाहन प्रतिदिन इधर से गुजरते हैं. तत्कालीन पंचायत समिति सदस्य सुनीता देवी ने बताया कि पुल बनने में स्थानीय लोगों द्वारा श्रमदान व जमीन मुहैया करवाकर बड़ी उम्मीद लगाई थी. लेकिन, अब पुल की देखरेख में अधिकारियों के उदासीन रवैये से लोगों को निराशा हो रही है. कई ग्रामीणों ने बताया कि पुल की लागत के बारे में सही अनुमान किसी को नहीं है लेकिन ग्रामीणों का मानना है कि 20 फीट लंबा यह पुल लगभग करोड़ 70 लाख की लागत से बना था. ग्रामीण मोती राय व अन्य लोगों ने बताया कि - वर्ष से यह पुल लगातार धंसता जा रहा है. कई बार बिहार पुल निगम व डीएम को इसकी सूचना दी गई लेकिन मरम्मत कार्य के लिए किसी भी स्तर से पहल नहीं की गई.

बड़े वाहनों के चलने के लायक नहीं बनाया जा सका पुल का संपर्क पथ

प्रखंड क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी पर कुल पुल बने हुए हैं. इसमें सिउरी पुल ठीक-ठाक नजर आ रहा है जबकि अन्य पुल में आम लोगों को कई गड़बड़ी नजर आ रही है.

प्रखंड क्षेत्र के विक्रमपुर पुल का निर्माण हाल ही में हुआ है लेकिन क्षतिग्रस्त होना शुरू हो गया है. यह पुल चेरियाबरियारपुर प्रखंड क्षेत्र के विक्रमपुर को भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र के सूर्यपुरा से जोड़ता है. यह पुल 205 मीटर लंबा है. करीब छह महीने पहले पुल पर आवागमन शुरू किया गया था. आवागमन में भी सिर्फ बाइक, बोलेरो और स्कॉर्पियो ही चलती है जबकि बड़े वाहनों का चलना अभी तक शुरू नहीं हुआ है. क्योंकि बड़े वाहनों के चलने के लायक एप्रोच पथ ही नहीं है. विक्रमपुर पंचायत के मुखिया रमेश सिंह, मनीष कुमार सिंह, मुकुंद कुमार आदि ने बताया कि विक्रमपुर गांव की तरफ से पुल से सटा एप्रोच पथ क्षतिग्रस्त होना शुरू हो गया है. ठेकेदार को फोन कर सूचना दी गयी है लेकिन अभी तक उसे दुरुस्त नहीं किया गया है.

Tags:    

Similar News

-->