सिवान न्यूज़: सदर अस्पताल में बीते कई वर्षों से ईएनटी के डॉक्टर नहीं होने से दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने में बुनियादी स्वास्थ्य केंद्र की मदद ली जा रही है. इस विभाग से संबंधित दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए स्वास्थ्य केंद्र की जांच रिपोर्ट अनिवार्य है.
आवेदक ऑनलाइन आवेदन करने के बाद इन केंद्रों से एक जांच प्रमाण प्राप्त कर तय तिथि पर डॉक्टर के समक्ष प्रस्तुत करते हैं, जिसके आधार पर उन्हें दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है. लेकिन, इस विभाग से जुड़े सभी आवेदकों को बुनियादी स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है. बताया गया कि जिले में दो ही बुनियादी स्वास्थ्य केंद्र हैं. पहला सदर प्रखंड तो दूसरा महाराजगंज में स्थित है.
प्रतिमाह तीन से चार सौ बनाया जाता है दिव्यांग प्रमाण पत्र सदर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, प्रत्येक महीने में एक बार दिव्यांग शिविर लगाकर प्रमाण पत्र बनाया जाता है. इस तिथि पर करीब तीन से चार सौ प्राप्त आवेदनों का निष्पादन किया जाता है.
इनमें अन्य दिव्यांगों की तरह ईएनटी से जुड़े दिव्यांग भी शामिल होते हैं. हालांकि ईएनटी को छोड़ अन्य दिव्यांगों को बुनियादी स्वास्थ्य केंद्र जाने की जरूरत नहीं होती है.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार भट्ट ने बताया कि यह सही है कि सदर अस्पताल में ईएनटी के डॉक्टर नहीं है. ऐसे में इस विभाग से जुड़े दिव्यांगों का प्रमाण पत्र बनाने के लिए पहले बुनियादी स्वास्थ्य केंद्र से जांच रिपोर्ट लानी होती है. जांच रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्टर दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किया जाता है.