मुजफ्फरपुर: निर्माण कार्य शुरू होने से पहले बैरिया बस स्टैंड को अस्थायी रूप से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा. इसके लिए संभावित जगह की तलाश की जा रही है. इससे निर्माण कार्य के दौरान कोई व्यवधान नहीं होने के साथ-साथ यात्रियों को सुविधा होगी.
एसडीओ के साथ बैरिया बस स्टैंड परिसर के निरीक्षण के बाद नगर आयुक्त ने यह जानकारी दी. इससे पहले दोनों अधिकारियों ने बस स्टैंड परिसर की भौगोलिक स्थिति, भूभाग और परिसर में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया. स्मार्ट सिटी की योजना के तहत बैरिया में बस टर्मिनल का निर्माण कार्य होना है. बस स्टैंड की प्रबंधन समिति में होने के नाते एसडीओ भी मौजूद रहे.
अहले माह होगी टेंडर की प्रक्रिया लंबे इंतजार के बाद साल के शुरुआत में बुडको ने बस टर्मिनल के निर्माण को टेंडर निकाला था. टेंडर की समय सीमा 15 फरवरी निर्धारित थी. हालांकि बाद में कुछ तकनीकी कारणों से उसे वापस ले लिया गया. इसके बाद दोबारा टेंडर जारी किया गया है. अगले माह तक टेंडर से जुड़ी सभी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. इसके बाद निर्माण शुरू होगा.
योजना एक नजर
● प्रोजेक्ट का नाम बैरिया इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल का निर्माण
● बजट 129.84 करोड़
● निर्माण एजेंसी बुडको
● एलओआई जारी 31 मार्च 2022 (एमएससील ने बुडको को दी निर्माण की जिम्मेवारी)
● अधिकारियों ने परिसर की जमीन और उपलब्ध सुविधाओं का लिया जायजा
● स्मार्ट सिटी के तहत होना है बैरिया में इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल का निर्माण
सिटी व लंबी दूरी की बसों के लिए होगा अलग गेट
नये डिजाइन में सिटी बस व लंबी दूरी की बसों के लिए अलग-अलग गेट होंगे. अमूमन सिटी बस स्टैंड में आने के आधे घंटे के अंदर निकल जाती है, जबकि लंबी दूरी की बसें कई घंटे तक स्टैंड में ठहरती है. टर्मिनल भवन के चारों ओर लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी. नई डीपीआर में रेलवे स्टेशन की तरह यूरिनल और पानी के प्वाइंट भी बढ़ा दिए गए हैं.
वाहनों के पार्किंग की भी व्यवस्था होगी. परिसर में मार्केट कॉप्ल्पेक्स भी बनाए जाएंगे.
बैरिया बस टर्मिनल का डीपीआर पहले से बना हुआ है. डिजाइन भी तैयार है. टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा. इसको लेकर बस स्टैंड परिसर का निरीक्षण किया गया है.
- नवीन कुमार, नगर आयुक्त
पटना के आईएसबीटी की तर्ज पर होगा निर्माण
पटना में बने बैरिया इंटरस्टेट बस टर्मिनल की तर्ज पर यहां भी बैरिया में बस टर्मिनल बनाया जाएगा. इसको लेकर पिछले साल दिसंबर में नगर विकास विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव आनंद किशोर के निर्देश पर डिजाइन में परिवर्तन किया गया था. तब स्मार्ट सिटी के अधिकारियों व तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने पटना के आईएसबीटी का निरीक्षण भी किया था.