जले के बरौली थाने के बनकट गांव के सामने एनएच 27 पर मौत का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है. गांव के सामने एनएच पर कट या जेब्रा क्रॉसिंग नहीं होने से लोगों को एनएच पार करने या किनारे से होकर गुजरने में कई तरह की परेशानी उठानी पड़ रही है.
सड़क के किनारे बसे गांवों से होकर गुजरने वाली एनएच लोगों के लिए मुसीबत का कारण बना हुआ है. हाल यह है कि महीने में दो चार लोगों की जान बनकट में एनएच पर हो रही है. अभी 14 दिन पहले एक महिला व एक 12 साल के बच्चे की मौत वाहन से कुचलने इसी जगह पर हुई थी. उस घटना को देखकर ग्रामीण कांप गए थे. युवती एकबालू लदे ट्रक की चपेट में आ गई. आलम यह है कि बनकट गांव के सामने छोटी बड़ी घटनाएं लगातार घट रही हैं. जिससे इस स्पॉट को अति संवेदनशील माना जा रहा है.
एक दर्जन ब्लैक स्पॉट बने जानलेवा
एनएच 27 पर एक दर्जन स्थान दुर्घटना के लिहाज से ब्लैक स्पॉट बन गया है. बरहिमा मोड़, बनकट, रामपुर मनसा बाबा, सलोना मोड़, सोनबरसा मोड़, देवापुर, भोजपुरवा, छवहीं, दुलदुलिया, भड़कुइया मोड़, कोइनी समेत एक दर्जन स्थलों पर हमेशा सड़क दुर्घटना में लोगों की जान जा रही है. इन कई स्थलों पर कट पॉइंट हैं.
बाइक ,छोटी गाड़िया व ट्रक इन कट प्वाइंट पर अचानक मुड़ जाती हैं. हल्का जाम लगने पर गाड़िया दूसरे लेन में चली जाती हैं. इससे एनएच पर अक्सर हादसे हो रहे हैं. कई जगह डिवाइडर को तोड़कर कट प्वाइंट बना लिया गया है.